आज जब से कोविड 19 का प्रकोप आया है, तब से मध्यम एवं निम्न वर्ग के बच्चों के लिए शिक्षा से वंचित हो जाना बहुत बड़ी परेशानी का कारण बनता जा रहा है। आज इन बच्चों के अभिभावक काफ़ी उहापोह में है कि अब हमारे बच्चों के आगे की पढ़ाई कैसे होगी ! इनके सामने अपने बच्चों का भविष्य अंधकारमय दिख रहा है।
कोविड 19 ने काफी संख्या में अभिभावकों के रोजगार छीन लिए हैं । अभिभावक काफी परेशानी से गुजर रहे हैं । निम्न वर्ग की तो बात ही छोड़ दें , जो कल तक अपने बच्चों को मंहगे स्कूलों में पढ़ा रहे थे उनके मन में भी एक सवाल आ रहा है कि अब इनके बच्चे आगे की शिक्षा कैसे ग्रहण करेंगे और इनके बच्चे का भविष्य कैसे बनेगा ।
बच्चों के भविष्य की चिंता अभिभावक वर्ग को और भी विचलित कर देती है। अपनी तरफ से अभिभावक वर्ग काफी प्रयासरत है किन्तु चाहकर भी उन्हें कोई ठोस परिणाम नहीं मिल पा रहा है।
सरकार को इसमें दखल देने की जरूरत है । इन अभिभावक की जो भी परेशानी है उसका निष्पादन करके उनके बच्चों के नामांकन के साथ-साथ पठन पाठन हेतु सामग्री एवं उच्च शिक्षा हेतु आगे की पढ़ाई की घोषणा करे ।
सरकार को एक कदम आगे बढ़कर कुछ ऐसा करने कि जरूरत है जिससे कि ये असहाय बच्चे अपनी आगे की पढ़ाई को सुचारु रूप से जारी रख सके। आज के बच्चे ही कल के भारत वर्ष के भविष्य हैं । इसको देखते हुए सरकार को कुछ न कुछ ठोस कदम उठाने की तत्काल जरूर त है, जिससे कि ये बच्चे पढ़ लिख कर अपने समाज और देश का मान और सम्मान बढ़ा सके।