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400 रु दो, कोरोना ‘नेगेटिव’ रिपोर्ट लो, धनबाद के लैब का कारनामा

धनबाद में कोरोना संक्रमित मरीजों को फर्जी निगेटिव रिपोर्ट उपलब्ध कराने के खेल का भंडाफोड़ हुआ है। इस फर्जी खेल का संचालन जिले में संचालित एक जाँच एजेंसी पैथकाइंड और उसकी शाखाएं कर रही थी। पैथकाइंड गलत तरीके से कोरोना संक्रमित मरीजों की इंट्री (प्रविष्टि), कोविड-19 मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से कर रहा था। इसके बाद पॉजिटिव रिपोर्ट निगेटिव कर जारी कर दी जा रही थी। प्रशासनिक ने जब मामले का जाँच कराया तो पूरे खेल का उद्भेदन हुआ। पैथकाइंड का एक कर्मचारी इसके लिए प्रति रिपोर्ट 400 रुपये भी ले रहा था।

धनबाद जिले के सिंदरी में पैथकांइड के सेंटर इंचार्ज विकास कुमार फर्जी तरीके से कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव बनाकर दे देता था। वैसे लोग जिन्हें कहीं बाहर जाने और एडमिशन जैसे काम के लिए कोरोना रिपोर्ट की जरूर त पड़ती थी, उन लोगों को विकास बिना कोरोना टेस्ट के ही गलत तरीके से निगेटिव रिपोर्ट बनाकर दे देता था। इसके साथ ही सरकारी कोरोना टेस्ट के कैंप में काम कर चुका वीएलई गौतम भी इस काम में शामिल था। यह खेल 400 रुपए प्रति व्यक्ति लेकर खेला जा रहा था। जाँच में इस खेल में शामिल गौतम ने रुपए लेने की बात भी स्वीकार की है।

इतना ही नहीं ये शातिर सीएमसी पोर्टल पर जाकर उस फर्जी कोरोना टेस्ट की एंट्री भी कर देते थे। जिसके बाद बड़ी ही आसानी निगेटिव रिपोर्ट जेनरेट कर दी जाती थी। जब स्वास्थ्य विभाग की नजर पोर्टल पर एंट्री होने वाली प्रतिदिन 15 से 20 अतिरिक्त रिपोर्ट पर पड़ी तो पूरे मामले की पड़ताल की गई। जिसमें यह मालूम पड़ा कि रैपिड कीट के जरिए यह हुआ है। जबकि पूरे जिले में रैपिड कीट से ना के बराबर टेस्ट हो रहा है। विनोद बिहारी स्कूल से रैपिड कीट से टेस्ट करने की एंट्री इनकी ओर से की जाती थी। स्वास्थ्य विभाग के जाँच के दौरान डिवाइस से डिटेक्ट हुआ कि झरिया के बकरहट्टा और सिंदरी पैथकाइंड से यह फर्जी खेल खेला जा रहा है।

इस मामले की जानकारी देते हुए धनबाद कोरोना जाँच विभाग के इंचार्ज डॉ० राजकुमार सिंह ने कहा कि यहाँ का माइक्रोबायलॉजी डिपार्टमेंट के एक स्टाफ से लॉगिन कर यह निगेटिव रिपोर्ट जेनरेट किया जा रहा था।

उन्होंने बताया कि करीब 194 लोगों को इनकी ओर से निगेटिव रिपोर्ट दी गई है। उन्होंने कहा कि बड़ा सवाल यह है कि 194 में से कितने लोग कोरोना पॉजिटिव होंगे यह कह पाना मुश्किल है। जबकि वे सभी उन शातिरों द्वारा जारी निगेटिव रिपोर्ट लेकर बाहर घूम रहे हैं। फिलाह जिला प्रशासन की ओर से इस कारनामे को अंजाम देने वाले पैथकाइंड एजेंसी की सभी फ्रेंचाइजी को सीज किया जा रहा है। इसके साथ ही उनकी सिक्योरिटी मनी को भी जब्त किया जा रहा है। साथ ही जिला उपायुक्त के निर्देश पर इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की भी कार्यवाही की जा रही है।

Last updated: जनवरी 3rd, 2021 by Arun Kumar