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एक परिचय : रेल नगरी गोमो

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रेल नगरी गोमो की कुछ खास विशेषताए

गोमो झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला के तोपचांची प्रखण्ड में अवस्थित है ।

गोमो के आसपास काफी मात्रा में प्रदूषण युक्त कोयला खदान होने के बावजूद भी यहाँ का वातावरण धूल मुक्त एवं प्रदूषण रहित है ।

छोटी बड़ी पहाड़ियों से घिरा हुआ यह क्षेत्र एक छोटा हिल स्टेशन सा प्रतीत होता है ।

गोमो पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद मण्डल में ग्रेंड कार्ड रेल लाइन पर अवस्थित एक व्यस्तम एवं बड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन है।

यहाँ से हावड़ा, देहली, रांची, आद्रा ,के रास्ते पुरी, बरकाकाना, पतरातू आदि स्थानों को जोड़ने वाली रेलवे लाईन यहाँ से गुजरती है ।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस के कारण पड़ा गोमो नाम

नेताजी की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करते रेलवे अधिकारी

23 जनवरी 2009 को गोमो स्टेशन का नामकरण नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन किया गया ।  अपने ऐतिहासिक पलायन के रास्ते में नेताजी के गोमो में ठहराव हुआ था ।

वह 18 जनवरी 1941 को यहाँ से हावड़ा कालका मेल ट्रेन 63 अप एक्सप्रेस पर सवार होकर प्रस्थान किये थे ।  उसके बाद फिर उनकी कोई जानकारी नहीं मिली।

सुभाष चंद्र बोस के यहाँ से गुम हो जाने के कारण यह स्थान गोमो के नाम से विख्यात हो गया । गोमो रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म न0 1 और 2 के बीच नेताजी की प्रतिमा स्थापित है ।

यहाँ प्रत्येक वर्ष 23 जनवरी को रेल कर्मचारी एवं अन्य संगठनों के लोगों द्वारा नेताजी की जन्म तिथि पर कई तरह के कार्यक्रम आयोजन किये जाते हैं ।

मजदूर नेता स्व. सदानन्द झा की याद में हर साल लगता है मेला

गोमो के रेलवे फुटबॉल मैदान में प्रतिवर्ष एक सप्ताह 11 मार्च से 19 मार्च तक प्रसिद्ध मजदूर नेता स्व. सदानन्द झा ,जिनकी गोमो रेलवे मार्केट में हत्या कर दी गयी थी ,  उनकी याद में एक मेला का आयोजन किया जाता है ।

स्व. सदानन्द झा आखिरी दम तक समाज के गरीब एवं दबे कुचले लोगों के लिए लड़ते रहे ।

गोमो में सामाजिक सौहार्द का अनूठा वातावरण है ।  जहाँ विभिन्न धर्म सम्प्रदाय के लोग आपस में भाई चारा एवं सद्भाव की विशेषता के साथ जीवन यापन करते हैं ।  व्यवसाय का क्षेत्र भी गोमो में परचून मात्रा में है ।

रेलवे आधारित है यहाँ का जनजीवन

गोमो क्षेत्र पूर्ण रूप से रेलवे पर आधारित है ।  जहाँ बहुमत में रेलवे कर्मचारी है ।  सेवा समाप्ति के उपरांत काफी संख्या में रेलवे कर्मचारी द्वारा गोमो के सेहतमंद वातावरण को ध्यान में रखकर गोमो में ही बसने के कारण यहाँ की जनसंख्या में वृद्धि हुई है ।

गोमो एक छोटा जगह होने के कारण यहाँ शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा की अत्यंत कमी है ।  जिसके कारण गोमो वासियों को अलग अलग बड़े शहरों पर शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा के लिए आश्रित रहना पड़ता है ।

अप्रदूषित उत्कृष्ट वातावरण के साथ प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा गोमो का क्षेत्र बाहरी लोगों के लिए लुभावन है और आकृष्ट करता है ।


विशेष साभार -(बी.सी.मंडल, सी वाई एम , गोमो, धनबाद मण्डल , पूर्व मध्य रेलवे ) – जानकारी जुटाने एवं तस्वीर में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा 

गोमो की ताजातरीन खबरों के लिए इस लिंक पर जाएँ : गोमो न्यूज़ 

Last updated: मार्च 30th, 2019 by Nazruddin Ansari