रानीगंज -गोकुल उत्सव का आयोजन पिंजरापोल सोसाइटी और रानीगंज गौशाला की ओर से किया गया. सर्वप्रथम गौ माता की पूजा-अर्चना की गई. इसके पश्चात नवनिर्मित श्री कृष्ण मंदिर में पूजन अर्चना विधिवत आरम्भ हुई. ललित खेतान ने कहा यह स्थान गौ पूजन एवं गौशाला के लिए है, जिसका अपना ऐतिहासिक महत्त्व भी है. उन्होंने कहा अब यह स्थान आस्था का केंद्र बन चुका है.
प्रत्येक पर्व-त्यौहारों में यहाँ के लोग आते हैं और गौ माता की पूजा के साथ-साथ गौशाला के साथ स्नेह रखते हुए गौ सेवा करते हैं. इस अवसर पर कोलकाता के आर्ट ऑफ लिविंग के भजन गायक व शिक्षक प्लाव हलदर व प्रिया ने भजन प्रस्तुत की. श्री हलदर ने कहा आर्ट ऑफ लिविंग एक ऐसी संस्था है, जहाँ योग के साथ-साथ जीने की कला सिखाई जाती है, यह संस्थान यह सिखलाती है कि बीता हुआ कल भी अच्छा था, वर्तमान भी अच्छा है और आने वाला कल और भी अच्छा होगा.
इसलिए मानव को हमेशा अपने कर्म पर विश्वास रखते हुए एक दूसरे के साथ हो कर आगे बढ़ना चाहिए. अपने प्रथम मधुर भजन में छोटी-छोटी गईया, छोटी-छोटी हाथ, छोटो सो मारो मदन गोपाल के माध्यम से जहाँ श्रोताओं को मन मुग्ध किया. मां यशोदा के प्रेम की गीत, कौन कहता है भगवान आते नहीं मां यशोदा की तरह बुला कर तो देखो, साथ ही साथ सामूहिक भजन कीर्तन का आयोजन हुआ जिसमें श्याम बाल मंडल के सदस्यगण ने भजन प्रस्तुत किए.