गिरिडीह। झारखंड के गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड के दुधपनिया गांव के रहने वाले 27 वर्षीय विजय कुमार महतो की सऊदी अरब के जेद्दा में एक दुखद घटना में जान चली गई है। महतो की मौत 16 अक्टूबर को पुलिस और अवैध शराब तस्करों/जबरन वसूली गिरोह के बीच हुई गोलीबारी में हुई।
विजय कुमार महतो पिछले नौ महीनों से सऊदी अरब में एक निजी कंपनी में टावर लाइन फिटर के तौर पर काम कर रहे थे।
घायल होने का दिया था संदेश
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, परिवार को शुरुआत में लगा था कि घायल होने के बाद विजय महतो बच गए हैं। प्रवासी श्रमिकों के मुद्दों पर काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने बताया कि विजय ने अपनी पत्नी बसंती देवी को व्हाट्सएप पर एक संदेश भेजा था, जिसमें उन्होंने बताया था कि वह गोलीबारी में फंस गए हैं और उन्हें चोट लगी है। पत्नी ने अपने ससुराल वालों को इसकी जानकारी दी, लेकिन उन्हें लगा कि उनका इलाज चल रहा है।
सिकंदर अली ने बताया कि परिवार को विजय की मौत की पुष्टि उनकी कंपनी से 24 अक्टूबर को मिली, जिसके बाद उन्हें इस दर्दनाक सच्चाई का पता चला। उन्होंने बताया कि यह गोलीबारी जेद्दा पुलिस और अवैध शराब व्यापार से जुड़े एक जबरन वसूली गिरोह के बीच हुई थी।
शव को वापस लाने के प्रयास जारी
झारखंड श्रम विभाग ने विजय महतो के शव को स्वदेश वापस लाने के लिए सऊदी अरब में भारतीय अधिकारियों के साथ बातचीत शुरू कर दी है।
प्रवासी नियंत्रण प्रकोष्ठ की टीम लीडर शिखा लाकड़ा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि विभाग को गिरिडीह शव वापस भेजने का औपचारिक अनुरोध प्राप्त हुआ है। लाकड़ा ने पीटीआई को बताया, “हमने तुरंत भारतीय दूतावास से संपर्क किया और जेद्दा पुलिस अधिकारियों से संपर्क करके औपचारिकताएं पूरी करने और शव को उसके पैतृक स्थान वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं।”
सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने राज्य श्रम विभाग और गिरिडीह जिला प्रशासन को मृतक के परिवार की सहायता करने और सऊदी अधिकारियों से उचित मुआवजा दिलाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की है।

