मधुपुर वासी पानी की किल्लत और गर्मी से परेशान हैं पूरे शहर का जलस्तर करीब 20 से 25 फीट नीचे चला गया है जिस कारण लोग पानी के लिए तरस रहे हैं वहीं अब लोगों को बारिश ही एक सहारा नजर आ रहा है लोग बारिश की आस लगाए हुए हैं साथ ही जूस और तरबूज से अपनी प्यास बुझा रहे हैं
मधुपुर: एक ओर मधुपुर में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीति पारा पूरे चरम पर है तो दूसरी तरफ आसमान से बरस रही आग और पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है जिससे मधुपुर वासियों का दम निकल रहा है पूरे शहर का जलस्तर काफी नीचे चला गया है जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है नगर परिषद द्वारा अब तक पानी की कोई व्यवस्था नहीं किया गया है लोग जूस और तरबूज का सहारा लेकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं।
गर्मी की शुरूआती दिनों में ही पूरे शहर का जल स्तर नीचे चला गया
पिछले साल मानसून का बेरुखी का असर इस साल गर्मी की शुरूआती दिनों से दिखने लगी है पूरे शहर का जल स्तर नीचे चला गया है सभी तालाब नदी सूख चुके हैं जिससे लोगों को पानी की किल्लत हो रही है नगर परिषद द्वारा जलापूर्ति की कोई व्यवस्था नहीं किया गया है जिससे पानी की घोर समस्या उत्पन्न हो गई है नगर परिषद क्षेत्र में लोगों की प्यास बुझाने के लिए करीब 300 सौ चापाकल लगाए गए हैं जिसमें ज्यादातर की हालत बदतर है कुछ में पानी नहीं है, तो कुछ जमीनदोज होने के कगार पर हैं ऐसे में आने वाले समय और भी भयावह होगा जिससे शहरवासियों को घोर जल संकट का सामना करना पड़ सकता है. इधर नगर परिषद उपाध्यक्ष लोगों की प्यास बुझाने के लिए शहर की प्रमुख चौक चौराहा पर प्याऊ शाला खोलने की बात कह रहे हैं लेकिन लोग फिलहाल जूस और तरबूज से अपनी प्यास बुझा रहे हैं.