मालूम हो की 7 जून को शालीमार मुंडापट्टी निवासी संटू साव मोटरसाइकिल से जा रहा था, तभी हाइवा की चपेट में आकर मौत हो गई हैं। घटना के वक्त झमड़ा के पाइप लाइन बिछाने का कार्य करने वाले ठिकेदार ने सड़क किनारे की खुदाई कर मिट्टी का ढेर रख दिया, तो दूसरी ओर सड़क किनारे कई ठेला, गुमटियां लगा हुआ था. इसके अलावा इलेक्ट्रिक का दो ठिकेदारो द्वारा पुराने बड़े बड़े ट्रांसफार्मर सड़क किनारे रखा गया है। जो सड़क दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे है।
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*दुर्घटना स्थल से सैकड़ों स्कूली बच्चे प्रतिदिन करते है सड़क पार*
जिस जगह सड़क दुर्घटना में संतू साव की जान गई, उस जगह शालीमार में ही सेंट जेवियर्स स्कूल, कॉलेज स्थित है। जहाँ से प्रत्येक दिन हजारों स्कूली व कॉलेज के छात्र आते जाते है। स्कूल जाने वाले पीसीसी सड़क अतिक्रमण के कारण संकुचित हो गई, कभी भी अप्रिय घटना घट सकती हैं।
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*दुर्घटना के बाद ही क्यों होती है करवाई*
जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के कई क्षेत्रों सड़के अतिक्रमण हो गया है, जिस कारण सड़के छोटी होई जा रही है तथा दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है। वही झरिया-सिंदरी मुख्य मार्ग पर भागा, फुसबंग्ला, जेलगोड़ा, डिगवाडीह बाजार, डीनोबली मोड़,फुसबंग्ला-भौरा मार्ग पर जामाडोबा बाजार,भौरा में सड़कों का अतिक्रमण किया गया है। जहां कभी भी सड़क दुर्घटना हो सकता है। दुर्घटना हो जाने के बाद जिला प्रशासन की हमेसा नींद खुलती है और आनन फानन में अतिक्रमणकरियो पर कार्यवाई में लग जाती है, ताकि लगे प्रसाशन के द्वारा कार्यवाई की जाती है. अगर दुर्घटना से पहले ही अतिक्रमणकरियो पर नकेल कास दी जाती तो शायद सड़क दुर्घटना कम होती।