Site icon Monday Morning News Network

वन विभाग और पुलिस तंत्र ध्वस्त, बाराबनी में सैकड़ों पेड़ो का संहार

बाराबनी। बाराबनी थाना अंतर्गत जामग्राम पंचायत स्थित  कापिस्टा के समीप गौरांगडीह सरीसातली फारेस्ट बिट कार्यालय प्रांगण में ही असामाजिक तत्वों ने रात के अंधेरे में जमकर तांडव मचाय,
जहाँ फारेस्ट बीट कार्यालय के निकट जंगल में सैकड़ो कीमती पेड़ों का काट दिया गया। काटे गए लगभग सभी पेड़ सागवान एंव साल के थे। हालांकि पेड़ों को ले जाने की दृष्टि से नही बल्कि नष्ट करने के उदेश्य से काटा गया है।
रात के अंधेरे में पेड़ो को मशीनो द्वरा काटा गया है । वही घटना को लेकर कई सवाल उठ रहे है। पेड़ो की कटाई स्थल से निकट वन विभाग कार्यालय में उपस्थित वन कर्मी और अधिकारी बेखबर कैसे रहे?
पुलिस जहाँ लगातार क्षेत्र में गश्ती की बात पर जोड़ देती है वैसे में क्षेत्र में इतने बड़े पैमाने पर पेड़ो की कटाई की कैसे की गई? क्या वन कर्मी भी घटना में शामिल है?
कुल मिलाकर देखे तो प्रशासनिक व्यवस्था ध्वस्त होने के कारण ही इतनी बड़ी घटना घटी है। जहाँ राज्य भर में वन महोत्सव मनाया जा रहा है,
पौधों का वितरण किया जा रहा है पौधों को लगा कर वन संरक्षण का संदेश दिया जा रहा है, पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
वही इसके विपरीत सरीसातली बिट कार्यालय एंव कर्मचारी आवास के समीप इतना बड़े पैमाने पर वन को आखिर कैसे उजाड़ दिया गया।
वही मामले में जाँच के नाम पर वन अधिकारी सवालों से बचते  रहे। मामले में जब दुर्गापुर डिविजन डीएफओ बुद्धदेव मंडल से सवाल किया तो उन्होंने ने पेड़ों की कटाई से ज्यादा भूमि किसकी है इस पर जोर दिया।
आखिर यह जवाबदेही किसकी है इस पर वह बचते रहे। हालांकि उन्होंने ने बताया कि पेड़ो की कटाई को लेकर बाराबनी थाना में लिखित शिकायत दर्ज करवाई गई है।
बतातें चलें कि घटना गुरुवार रात की बताई जा रही है। कुछ असामाजिक तत्वों ने अत्याधुनिक मशीनों से सरीसातली बिट कार्यालय से सटे वन क्षेत्र में रात के अंधेरे में सैकड़ों  पेड़ों को काट दिया।
जिसके बाद बीट विभाग की अधिकारीयों की भूमिका पर भी सवाल उठाया रहे है?  क्योंकि घटना स्थल से कुछ कदमों की दूरी पर ही कार्यालय एंव अधिकारीयों के आवास है।
घटना के बाद जांच के लिए वन विभाग द्वरा थाना में लिखित शिकायत दर्ज करायी जा चुकी है। पुलिस और वन विभाग घटना की जांच में जुट गयी है।
हालांकि काटे गए पेड़ो की सांख्य इतनी है कि अब तक गिनती नही की जा सकी है, सरीसातली बिट अधिकारी अशीम बाउरी भी घटना को लेकर संदेह के घेरे में है, कुल मिलाकर देखे तो कार्यवाही की जगह फिलहाल लीपापोती की बू आ रही है।
Last updated: अगस्त 6th, 2023 by Guljar Khan