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स्वनिर्भर गोष्ठी के लिए 6 परित्यक्त कोयला खदान में छोड़ा गया मछली जीरा

सालानपुर पंचायत समिति के तत्वाधान में सोमवार को सालानपुर मत्स्य दफ्तर की सहायता से स्वनिर्भर गोष्ठी उत्थान के लिए सालानपुर क्षेत्र के बंद पड़े ईसीएल के 6 परित्यक्त कोयला खदान में 52 हजार 500 मछली जीरा छोड़ा गया ।

जिसमें सामडीह संग्रामगढ़(ओसीपी) शिवशंकर गोष्ठी को 15 हजार जीरा, अलकुशा (ओसीपी)-2 अलकुशा एफपीजी गोष्ठी को 7 हजार 500 जीरा, अलकुशा (ओसीपी)-3 माँ रक्षाकाली स्वयम्बर गोष्ठी को 7 हजार 500 जीरा, धुन्धाबाद छोटा खदान पहाड़ी बाबा गोष्ठी को 7 हजार 500 जीरा, बॉनबिड्डी बाउरीपाड़ा ओसीपी वीणापाणी संघ क्लब को 7 हजार 500 जीरा तथा डालमिया कोलियरी ओसीपी ख़ुशी व्यवहारकारी गोष्ठी को 7 हजार 500 मछली जीरा दिया गया ।

आयोजन में मुख्य रूप से जिला परिषद् विभागाध्यक्ष मो० अरमान, सालानपुर पंचायत समिति सभापति फाल्गुनी कर्मकार घासी तथा सालानपुर ब्लॉक मत्स्य पदाधिकारी प्रवीर मजुमदार ने संयुक्त रूप से सभी गोष्ठी कर्मियों को मत्स्य जीरा देकर ओसीपी में छोड़ा गया ।

सालानपुर पंचायत समिति सभापति फाल्गुनी कर्मकार घासी ने कहा पश्चिम बंगाल सरकार की पहल पर क्षेत्र की कोयला खदानों में विगत 3 वर्ष से मछली पालन किया जा रहा है ।

क्षेत्र की सभी समूहों   को निःशुल्क मत्स्य, प्रसिक्षण, जाल, हांड़ी समेत अन्य जरूर त की सामान देकर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है ।

उन्होंने कहा कि सालानपुर ब्लॉक क्षेत्र से प्रतिदिन यहाँ के परित्यक्त कोयला खदानों से मार्केट में मछली आपूर्ति होती है । जिससे क्षेत्र के दर्जनों समूहों  के सैकड़ों बेरोजगार युवाओं को जीविकोपार्जन और रोजगार प्राप्त हुआ है ।

मौके पर पंचायत समिति सह सभापति विद्युत मिश्रा, समिति सहकारी विभागाध्यक्ष सुशांतो हेम्ब्रम, अमृत बाउरी समेत अन्य उपस्थित थे ।

Last updated: अक्टूबर 21st, 2019 by Guljar Khan