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प्लांट में टर्बाइन ब्लास्ट से मची अफरा-तफरी, करोड़ों की संपत्ति स्वाहा

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कल्यानेश्वरी: कोदोभीटा कल्यानेश्वरी स्थित इम्पेक्स फेरोटेक के पावर प्लांट में संध्या 8:20 बजे अचानक आग लग जाने से एक टर्बाइन ब्लास्ट हो गई,
प्लांट के अन्य क्षेत्रों में आग ने भयावह रूप धारण कर लिया,
जिससे प्लांट में अफरा तफरी की स्तिथि उत्पन्न हो गई।
हलाकि घटना में किसी की भी हताहत होने की खबर नहीं है।
घटना की सुचना पाकर चौरंगी ओ पी प्रभारी मोइनुल हक़ तथा कल्यानेश्वरी ओ पी प्रभारी तापस कुमार मंडल पहुंचे।
घटना स्थल पर पहुँचकर आसनसोल अग्निशमन विभाग को घटना की जानकारी दी।

आधे घंटे के बाद पहुंचा दमकल

जिसके बाद 30 मिनट  विलंभ से पहुचे अग्निशमन दल ने एक घंटे की कड़ी मसक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।
हलाकि कार्यरत कर्मियों की सूझ बूझ से एक बड़ा दुर्घटना टल गई अन्यथा दर्जनों मज़दूरों की दर्दनाक मौत हो जाती।
इधर घटना की जानकारी क्षेत्र में जंगल में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते सेकड़ो की संख्या में आस पास के लोग एकत्रित हो गए।

शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना करोड़ों की संपत्ति स्वाहा

कंपनी निदेशक सतीश सिंह ने बताया कि शार्ट सर्किट की वजह आग लगी है।
नुकसान का आकलन किया जा रहा है,
अनुमान के मुताबिक करोडो रूपए की नुकसान होने की बात सामने आ रही है।

20 किलोमीटर दूर आसनसोल से आया दमकल

घटना के बाद 20 किलोमीटर दूर आसनसोल से दमकल आया।
दूर से आने के कारण दमकल को पहुचने में देरी हुयी।
जिससे प्रबंधन की करोडो की संपत्ति आग में जलकर स्वहा हो गई,

फॉग से जूझते रहे कर्मी

हलाकि प्लांट कर्मी प्लांट में स्थित फॉग से आग बुझाने में जूझती रही।
दमकल के आने के बाद ही आग पर काबू पाया जा सका।

पास में ही है डीवीसी का दमकल

कल्यानेश्वरी स्थित डी भी सी सब स्टेशन में कोई भी दुर्घटना होने पर डी भी सी प्रबंधन द्वारा 5 मिनट में दमकल भेज दी जाती है।
डीवीसी सब स्टेशन से चंद मिनट की दूरी पर इम्पेक्स प्लांट स्थित है।
यहाँ से डी भी सी की दमकल समय पर पहुच सकती थी और आग पर काबू पाया जा सकता था ।

डीवीसी ने नहीं भेजी मदद

डी भी सी मैथन की दमकल पहुचती तो बहुत कुछ बच जाता जलने से।
किन्तु महज कुछ ही दूरी पर डी भी सी की दमकल विभाग नहीं पहुचने की बात आज कई सवालो को जन्म दे रही है।

इन कारखानों को बिजली बेचकर प्रतिमाह करोड़ों कमाती है डीवीसी

बताते चले की डी भी सी द्वारा इन क्षेत्रों में बिजली सप्लाई कर प्रति माह करोडो रूपए की आमदनी करती है।
ऐसे में क्या डी भी सी की दमकल इन क्षेत्रों की आग नहीं बुझा सकती है।

दर्जनों कल कारखाने पर एक भी दमकल नहीं

क्षेत्र में दर्जनों कल कारखाना व उद्दोग से आज हजारों मज़दूर अपना पेट पाल रहे है.
ऐसे में यहाँ के क्षेत्र में एक अदद दमकल नहीं होना कई कमियों को दर्शाती है।

फोटो कौशिक मुखर्जी
Last updated: अक्टूबर 11th, 2017 by Guljar Khan