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फादर् डे पर विशेष,, एक पिता के नजरों में उनके बच्चे आज भी बच्चे हैँ,,,, अरुण कुमार

*फादर्स डे आज,पिता के कर्तव्यों के निर्वहन के लिए उनके प्रति सम्मान में मनाया जाता है पिता दिवस*

:-हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को ‘फादर्स डे’ मनाया जाता है। इस साल 19 जून को ‘फादर्स डे’ है। साल 1907 में पहली बार अनिधिकृत रूप से ‘फादर्स डे’ मनाया गया था। जबकि, आधिकारिक रूप से इसकी शुरुआत साल 1910 में हुई थी। हालांकि, ‘फादर्स डे’ मनाने की तिथि को लेकर जानकारों में मतभेद है। ‘मदर्स डे’ की तरह पिता के कर्तव्यों के निर्वहन के लिए उनके प्रति सम्मान और आभार प्रकट करने के लिए ‘फादर्स डे’ यानी पिता दिवस मनाया जाता है। एक पिता की नजरों से अगर आप इस दुनिया का आकलन करेंगे तो आप पाएंगे की हमारे पिताजी हमको आज के डेट में जो शिक्षा दिए हैँ वो ही आज हमसबके काफी काम आ रही हैँ, वैसे एक पिता स्वयं सभी परिस्थिति में खुद को साबित करते हैँ या करते आ रहे हैँ और इसकी अनुभूति स्वयं तब आती हैँ जब आप खुद एक पिता बनते हैँ तब बातें समझ आती हैँ कि हमारे पिताजी क्यों स्वयं कष्ट कर हमसबको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहते थे और जो आज्ञाकारी पुत्र स्वयं में अपने पिता का अवलोकन कर आगे बढ़ चलता हैँ तो उसकी जिंदगी भी सवर जाती हैँ क्योंकि एक पिता कभी भी अपने पुत्र को गलत शिक्षा नहीं देता हैँ इतिहास गवाह हैँ कि एक पिता कितना भी कष्ट करके कर्ज लेकर भी अपने बच्चों को उच्च शिक्षा से लेकर कई जगह मदद को तत्पर रहते हैँ मेरी मनसा किसी को ताना देने का नहीं हैँ किन्तु सच्चाई भी यही हैँ कि हमसबके पिता एक इंसान रूपी भगवान से कम भी नहीं हैँ और उनके जीते जी अगर हमसब उनको उस मुकाम पर अगर नहीं पंहुचा पाए जिसका सपना उन्होंने खुली आँखों से हमसभी के लिए देखा हैँ तो ये उनके कर्मो के साथ नाइंसाफी होगी, एक पिता का साया जबतक सर पर होता हैँ तबतक आप सबसे धनवान हैँ उनसे पूछे जिनके पिता नहीं है बात साफ हों जाएगी मैं मेरे हिस्से का 100 प्रतिशत देने की कोशिश करता हूँ चाहे वो जैसे भी हो, पिता का महत्व आज बहुत हैँ केवल और केवल समझने की जरुरत हैँ और समय के साथ सब लोग समझ जाए तो वो पिता अवश्य धन्य हो जाते हैँ जिनके बच्चे स्वयं में उनकी छवि को देखकर अपने आपको परिभाषित कर लेता हैँ, तो उस बच्चे का जीवन भी सफल हो जाता हैँ एक पिता के नजर में आज भी उनके बच्चे बच्चा ही हैँ और सच मे यह एक किसी अनुभूति से कम भी नहीं हैँ ,,,एक पिता को समर्पित,,,,, अरुण कुमार लेखक सह पत्रकार मंडे मॉर्निंग न्यूज़ नेटवर्क,

Last updated: जून 20th, 2022 by Arun Kumar