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मात्र एक साल में 33 श्रमिकों की नौकरी पुनर्बहाल करवाई है: एसके पाण्डेय

विस्तारित केंद्रीय कमिटी की बैठक में वक्तव्य देते हुये सीएमसी (एचएमएस) के महामंत्री एसके पाण्डेय

सीएमसी (एचएमएस) की विस्तारित केंद्रीय कमिटी की बैठक बुलाई गयी

ईसीएल कुनुस्तोरिया ​ एरिया के टैगोर भवन में सीएमसी (एचएमएस) की विस्तारित केंद्रीय कमिटी की बैठक बुलाई गयी जिसमें कोलियरी की अवस्था , श्रमिकों की स्थिति एवं आगामी चुनौतियों पर चर्चा की गयी। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय कमिटी के उपाध्यक्ष सफल सिन्हा ने की एवं मंच का संचालन सबे आलम ने किया।

विशुनदेव नोनिया ने दिया जवाब

केकेएससी के खास निशाने पर रहे सीएमसी , खास काजोड़ा एरिया के सचिव विशुनदेव नोनिया ने कहा कि एचएमएस एक गैर राजनीतिक संगठन है । लेकिन एचएमएस के साथ-साथ हमलोग तृणमूल और ममता बनर्जी के भी सच्चे सिपाही हैं। उन्होंने कहा कि खास काजोड़ा एरिया के सभी कोलियरी मजदूर एचएमएस के साथ हैं और को-आॅपरेटिव चुनाव की सभी सीट हम जीतेंगे।

स्वार्थी तत्वों से सावधान रहें मंत्री जी

महा मंत्री एसके पाण्डेय ने कहा कि श्रम और कानून मंत्री मलय घटक के साथ उनके पुराने करीबी संबंध रहे हैं एवं उनसे किसी तरह का कोई भी विवाद नहीं है। लेकिन कुछ स्वार्थी तत्व के लोग इस संबंध को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। मंत्री जी को ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है जो बंगाल में तृणमूल और उत्तर प्रदेश में भाजपा का चुनाव प्रचार करते हैं।

केकेएससी और एचएमएस की कोई तुलना ही नहीं है

बैठक में  उपस्थित श्रमिक प्रतिनिधि

उन्होंने कहा कि केकेएससी और एचएमएस की कोई तुलना ही नहीं है। केकेएससी का जन्म 1998 में हुआ जबकि एचएमएस का जन्म वर्ष 1947 में हुआ है। तब से लेकर अब तक कितनी ही पार्टियों की सरकार बनी लेकिन एचएमएस साल दर साल मजबूत होता गया और आज यह कोल इंडिया का सबसे बड़ा मजदूर संगठन है। उन्होंने कहा कि एचएमएस अवसरवादिता पर विश्वास नहीं करती है तभी तो 34 वर्षों के वाम फ्रंट के सरकार में भी एचएमएस मजबूती के साथ कायम रहा और प्रगति करता गया।

एक साल में 33 श्रमिकों की नौकरी पुनर्बहाल कारवाई  है

उन्होंने कहा कि मैंने मात्र पिछले एक साल में 33 ऐसे श्रमिकों को नौकरी पुनर्बहाल कारवाई  है जिन्हें ईसीएल ने किनही कारणों से निलंबित कर दिया था। उन्होंने आंकड़े गिनवाते हुये कहा कि झांझरा में तीन श्रमिक, बंकोला में तीन श्रमिक, पाण्डेश्वर में तीन, केंदा में चार, काजोड़ा में पाँच, जेके रोपवेज में एक , कुनुसटोरिया में चार, सातग्राम में पाँच, श्रीपुर में दो, सलानपुर में दो और सोदपुर में श्रमिकों को अपनी नौकरी वापस दिलवाई है।

उन्होंने अपने को ईसीएल का सबसे बड़ा श्रमिक संगठन कहने वाले को चुनौती देते हुये कहा कि वे 33 के जगह मात्र तीन श्रमिकों का भी नाम बताए जिसकी नौकरी पिछले एक साल में वापस कार्यवाही हो। उन्होंने कहा कि मजदूर संगठनों का यही तो काम है कि वो मजदूरों के असमय में उनकी मदद करे।

डींगें हाँकने वाले यूनियन ने कोलियरी में तालाबंदी कार्वा दी है

उन्होंने अपने को ईसीएल का सबसे बड़ा श्रमिक संगठन कहने वाले को तालाबंदी संगठन कहा और कहा कि ईसीएल के कई सारे कोलियरी बंद हो गए हैं। पाण्डेश्वर का डालूरबांध , केंदा का रामनगर, सिदुली,हरिपूर , बंकोला में मोयरा , काजोड़ा में लच्छीपुर, रियल काजोड़ा, कुनुसटोरिया में आमरासोता , सातग्राम में कुआरडीह , रोटीबाटी , मीठापुर , श्रीपुर के कुशा डांगा, कालीपहाड़ी, न्यू घुसिक बंद हो गयी और एसएसआई भी बंद होने कि कगार पर है।

31 अगस्त को सभी एरिया में बृहद आंदोलन करने का निर्णय

उन्होंने अपनी वचनबद्धता दुहराते हुये कहा कि एचएमएस का मजदूरों के प्रति जवाबदेही है कि उनके हर मुसीबत में एचएमएस उनके साथ खड़ा है और हमेशा रहेगा। इस बैठक में ईसीएल एवं कोल इंडिया स्तर के कोयला श्रमिकों कि सभी समस्याओं को सूची बद्ध करके आगामी 31 अगस्त को सभी एरिया में बृहद आंदोलन करने का निर्णय लिया गया ।

यूनियन की एक पत्रिका शुरू करने का निर्णय लिया गया

श्रमिकों में आपस में सामंजस्य और संवाद बढ़ाने के लिए यूनियन की एक अपनी पत्रिका शुरू करने का निर्णय लिया गया।

सभी एरिया के प्रतिनिधियों ने शिरकत की

बैठक में कोलियरी मजदूर कॉंग्रेस (सीएमसी) के महामंत्री एसके पाण्डेय , संयुक्त सचिव प्रफुल्ल चटर्जी , खास काजोड़ा एरिया के अध्यक्ष बीर बहादुर सिंह, कुनुस्तोरिया एरिया के सचिव उदीप सिंह, सातग्राम एरिया जेसीसी सदस्य चंद्र किशोर तिवारी, बंकोला से चन्द्र्किशोर जयसवारा, श्रीपुर एरिया से रमणीक प्रसाद मण्डल, सोदपुर एरिया से रामाशीश चौधुरी, केंदा एरिया के जेसीसी सदस्य विजय यादव, सलानपुर एरिया सचिव असीम नाग, सेंट्रल कमिटी के ओरगानाइजिंग सचिव श्याम बिहारी सिंह सहित सभी एरिया के सचिव एवं अध्यक्ष उपस्थित थे।

Last updated: अगस्त 2nd, 2018 by Pankaj Chandravancee