बराकर। बराकर पत्थर खाद स्थित यादव मार्केट में वाहनों के सीट बनाने वाले मृतक अरमान के 60 वर्षीय पिता मो०कलाम अंसारी और 55 वर्षीय माँ असगरी खातून की आँसू थमने का नाम नहीं ले रहा है, बुजुर्ग माता पिता का इकलौता सहारा अब इस दुनिया में नहीं रहा, बेटे की तस्वीर को देखती और फिर बेहोश जाती माँ की मुँह से अब सिर्फ पुलिसवालों के लिए बद्दुआ ही निकल रही है। अरमान के शरीर पर हुई लाठियों की बरसात की दाग को देखकर माता पिता फफक फफक कर अपने पुत्र को याद कर रो रहे है।
कहते है कोई इंसान इतना बेरहम कैसे हो सकता है, जानवर को भी कोई ऐसा नहीं मरता, जिसने भी हम दोनों बूढ़े माता पिता का औलाद छीना है, उन्हें भी जीवन भर औलाद का सुख नहीं मिलेगा। हालांकि परिजनों को आसनसोल दुर्गापुर पुलिस आयुक्त अजय कुमार ठाकुर से दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की आश्वासन मिलने के बाद उन्हें न्याय मिलने की आस जगी है। माता पिता का कहना है कि मेरा बेटा चोर नहीं था, वह मेहनत करके हाट बाजार में फेरी करता था और कपड़ा बेचता था। मेरा बेटा इस दुनियाँ से चला गया किन्तु पुलिस ने उनके नाम के आगे चोर का कलंक लगा दिया। अगर पुलिस की नज़र में चोरी की सज़ा मौत है तो, मेरे बेटे को मारने वालों की सज़ा उससे भी बड़ी होनी चाहिए, चुकी यह सज़ा दोषियों को कानून से मिले इसी आस में अब जिंदगी की आखिरी सांस छूटेगी।