पलामू : चुनाव आयोग के द्वारा पलामू में लोकसभा चुनाव चौथे चरण में 29 अप्रैल को होना तय हुआ है ।नक्सल प्रभावित इलाके के कारण प्रशासन काफी सतर्कता से सुरक्षा इंतजाम में जुट गई है । पलामू उपायुक्त शांतनु कुमार अग्रहरि पलामू पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत मेहता तथा मुख्य चुनाव अधिकारी ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर जानकारी दी कि चुनाव के मद्देनजर सारी तैयारियाँ पूरी की का चुकी है। पुलिस अधीक्षक सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार ऑपरेशन चलाया जा रहा है 14 नक्सली भी अब तक पुलिस के हत्थे चढ़े है । साथ ही एनफोर्समेंट संबंधी करवाई भी की जा रही है ।
समय की बचत हेतु चुनाव प्रचार एवं परमिशन से संबंधित बहुत सी सुविधाएं ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से कर दी गई है साथ ही टोल फ्री नंबर 1950 भी जारी किया गया है । पलामू में कुल 1595 बूथों पर वोटिंग होगी जिनमें से प्रशासन ने 220 केंद्रों को मॉडल रूप देने की तैयारी में है साथ है 43 बूथों को संचालन पूरी तरह महिलाओं के द्वारा किया जाएगा । जिसे सखी बूथ का नाम दिया गया है ।
राजनीतिक विश्लेषण
पलामू संसदीय सीट एससी कोटा के लिए रिजर्व्ड है ।फिलहाल पलामू में सता की कमान बीजेपी के हाथों में है । 2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार बीडी राम जी को 476,513 मत देकर जनता ने सांसद चुन संसद तक पहुँचाया ।तथा दूसरी सबसे ज्यादा सीट 212,571 लाने वाली पार्टी राजद रही । अब वर्तमान सांसद पलामू की जनता को कितना संतुष्ट कर पाए है अपनी विकास की नीतियों से इसका फैसला 23 मई को आयेगा लेकिन जनता अपना फैसला 29 अप्रैल को ही ईवीएम में बंद कर देगी । कुछ ही दिनों पहले माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी पलामू का दौरा कर महत्त्वपूर्ण योजनाओं का शिलान्यास किया था काफी जनसमर्थन जुटा था उनकी रैली में साथ ही राज्य में भी सरकार बीजेपी की है , संभव है इन सब का लाभ भी मिलेगा इस चुनाव में । वैसे पलामू की जनता उठा पटक करने मैं माहिर है । इतिहास के पन्ने पलटे तो पता लगता है अमूमन ही किसी एक पार्टी की सरकार का कब्ज़ा रहा हो , जरा सा 10-5 हुआ नहीं कि जनता अपनी ताकत दिखाने से नहीं चूकती चुनाव में ।
वर्तमान सांसद
पिछले 5 सालों में वर्तमान सांसद बीडी राम की सदन में उपस्थिति 92 फीसदी रही है साथ है लोकसभा के 81 चर्चाओं में बीडी राम ने हिस्सा लिया है , 411 सवाल पूछे और 5 प्राइवेट बिल भी पास किया है । भाजपा की सरकार में पलामू में विकास भी हुआ है इसे नकारा नहीं जा सकता ।
चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियों ने पलामू में भ्रमण रैलियों तथा मंचो के माध्यम से खुल के अपनी वाहवाही की है आरोप प्रत्यारोप का लंबा दौर चला । अब फैसला जनता के हाथों में ।