कोलइंडिया को चालू वितीय वर्ष में 660 मिलियन टन कोयला उत्पादन करने की चुनौती है और इस क्रम में कोलइंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों को मिले कोयला उत्पादन लक्ष्य को हर हाल में पूरा करने की जिम्मेवारी है। ईसीएल को अपनी साख बचाने और कोलइंडिया का कर्ज को लौटाने के लिये कोयला उत्पादन लक्ष्य 53.5 मिलियन टन हर हाल में पूरा करना है ।
कम्पनी के सीएमडी प्रेमसागर मिश्रा ने चालू वित्तीय वर्ष में मिले ईसीएल को कोयला उत्पादन लक्ष्य को हर हाल में पूरा करने के लिये सभी क्षेत्रों को कोयला उत्पादन से संबंधित सामग्री की आपूर्ति के साथ सभी कुछ मुहैया कराने के लिये जहाँ मेहनत कर रहे है।
क्षेत्र के जीएम कोलियरी एजेंट कर्मी मजदूर नेता से भी ईसीएल को बचाने और मिनी रत्न की श्रेणी में लाने के लिये 53.5 मिलियन टन कोयला को हर हाल में पूरा करने में सहयोग की अपील भी कर रहे है ।
वही ईसीएल के पूर्व सीएमडी राकेश सिन्हा के कार्यकाल में जिस तरह से ईसीएल को बीमार उद्योग की श्रेणी से बाहर निकलने में सफलता मिली थी वर्तमान सीएमडी प्रेमसागर मिश्रा के कार्यकाल में ईसीएल को मिनी रत्न का दर्जा मिलने की एक उम्मीद भी जगी है ।
पिछले वर्ष में ईसीएल की शानदार प्रदर्शन को देखते हुए कोई भी कह सकता है कि ईसीएल का प्रदर्शन शानदार है और चालू वितीय वर्ष में भी ईसीएल अपनी उत्पादन लक्ष्य को हासिल करेगी और बकाया कर्ज लौटाकर मिनी रत्न की श्रेणी में अपनी नाम को अंकित करायेगी ।