खदान में पानी भरने से ईसीएल कर्मी की मौत, पीट मैनेजर की हुई पिटाई
कुआर्डी कोलियरी के सातग्राम एरिया के अतंर्गत 14 नः पिट में भारी बारिश के पानी भर जाने से एक ईसीएल कर्मी की मौत हो गयी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक का नाम विश्वनाथ बाउरी है।
खदान में पानी लेवल नापने के लिए गए थे तीन लोग
बीते 25 जुलाई को जब खदान में पानी भर गया तो पीट मैनेजर संदीप सरकार एवं मैनेजर संदीप कुंडु ने
विश्वनाथ बाउरी, चण्डीचरण बनर्जी और मनीरूद्दीन मियां को खदान में पानी का लेवल तथा पंप मशीन का जायजा लेने के लिए भेजा।
तीनों खदान में पानी का स्तर नाप कर वापस लौट रहे थे उसी वक्त खदान के भीतर बहुत जोर की आवाज हुई
और खदान के भीतर दीवार को तोड़कर भारी बहाव के साथ पानी गैलेरी में घूस गया जिससे तीनों पानी में बहने लगे।
विश्वनाथ बाउरी पानी के तेज बहाव में बह गए
चंडीचरण चटर्जी और मनीरूद्दीन मियां तो किसी चीज का सहारा लेकर बहने से बच गए
लेकिन विश्वनाथ बाउरी पानी के तेज बहाव में बह गए।
नहीं मिली विश्वनाथ की कोई खबर
जब ऊपर विश्वनाथ बाउरी के बह जाने की खबर आयी तो पूरे कोलियरी में अफरा-तफरी मच गयी।
ग्रामिणों के दबाव में आखिर पिट मैनेजर, मैनेजर और सेफ्टी मैनेजर उन्हें ढूंढने के लिए अंदर गये।
जेके नगर थाना से पुलिस भी आ गयी और सीतारामपुर से रेस्क्यु टीम भी आ गयी लेकिन विश्वनाथ बाउरी का कहीं कुछ पता नहीं चला।
मौके पर मौजूद ग्रामिणों में आक्रोश बढ़ने लगा।
मारपीट पर उतारू हो गए ग्रामीण
काफी खोजबीन के बाद भी जब विश्वनाथ का कहीं कुछ पता नहीं चला तो ग्रामीण
पिट मैनेजर, मैनेजर और सेफ्टी मैनेजर के साथ धक्का-मुक्की करने लगे।
जिसमें कि तीनों को गंभीर चोटें आयी।
पुलिस ने मुश्किल से तीनों को बचाया एवं अस्पताल भेजा ।
सेफ्टी मैनेजर को तुरंत कल्ला अस्पताल भेजा गया।
पीट मैनेजर संदीप सरकार को मिशन अस्पताल रेफर किया गया।
विश्वनाथ ढूँढने के लिए फिर उतरा बचाव दल
ग्रामीणों के भारी दबाव के चलते बीते 26 जुलाई(बुधवार) को एकबार फिर सुबह करीब 8:30 बजे जाँच दल को खदान के अंदर भेजा गया।
जांच दल ने विश्वनाथ के मृत्यु की पुष्टि की
करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद जाँच दल बाहर आये और उन्होंने बताया कि विश्वनाथ बाउरी का देहांत हो गया है
और उसकी बाॅडी 44 नः गैलेरी में एक केबल में फंसा हुआ है।
फिर दोपहर तक सिविल डिफेंस टीम और रेस्क्यु टीम ने शव को बाहर निकाला।
साथ ही मृतक के आश्रित को नौकरी व मुआवजे पर सहमति बनने के बाद लाश को परिजनों को सौंपा गया।
फिलहाल 14 नः पिट से कोयला खनन का काम बंद है ।
नोनिया नदी के पानी से हुई तबाही
सात ग्राम एरिया महाप्रबंधक वीके श्रीवास्तव के अनुसार कई साल पहले अवैध कोयला खनन के कारण
कुआर्डी कोलियरी में नोनिया नदी का पानी घुस गया था।
खदान में पानी घुस जाने के कारण 9 नंबर और 12 नंबर पीट को बंद कर दिया गया है।
स्थानीय प्रबंधन की लापरवाही से हुई दुर्घटना
एरिया महाप्रबंधक वीके श्रीवास्तव के अनुसार नोनिया नदी में पानी बढ़ जाने के कारण 14 नंबर पीट को भी बंद रखा गया था।
उन्होने कहा कि खदान के अंदर कर्मी को भेजना एक भारी गलती थी।
उन्होने इस पर जांच करने एवं दोषियों पर कार्यवाही करने की बात कही ।
-स्थानीय संवाददाता , संजीत मोदी
अपनी राय दें
Loading ...
यह भी पढ़ें
Copyright protected