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ईसीएल सोदपुर एरिया जेसीसी बैठक में उठा अवैध कोयला खदान का मुद्दा

नियामतपुर :- ईसीएल सोदपुर एरिया एवं संयुक्त सलाहकार समिति (जेसीसी) ने शनिवार को वर्ष की प्रथम बैठक चिनाकुड़ी गेस्टहाउस में की. जहाँ कोलियरी बंदी, अवैध खादानो का संचालन एवं डोजरिंग, श्रमिको की समस्या, उत्पादन में वृद्धि आदि जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई. एरिया जेसीसी चैयरमेन सह सोदपुर क्षेत्रीय महाप्रबंधक मुकेश कुमार जोशी बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. वही मौके पर कार्मिक प्रबंधन एचके चौधरी, डीजीएम जे.सी.राय, बीपी यादव, नर्समुदा कोलियरी प्रबन्धक नन्द दुलाल सिँघो आदि समेत जेसीसी मेम्बर वीएस पाण्डेय, अशोक कुमार, विक्रम गोंड, सुदर्शन प्रसाद, अनिल सिंह, जानकी प्रसाद साव, इन्द्रशन मिश्रा, प्रतीक बनर्जी आदि उपस्थित थे.

कोयला रहते कोलियरियो को बंद नहीं करने दिया जायेगा

मौके पर जेसीसी सदस्यों ने कहा कि सोदपुर एरिया की पांच कोलियरी को बंद करने का जो आदेश आया है, उसे हम सभी अस्वीकार करते है और कोयला रहते कोलियरियो को बंद नहीं करने दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ी समस्या अवैध खदाने है, जिसपर अंकुश लगाना हमलोगों के अधिकार क्षेत्र से बाहर है, लेकिन कम से कम प्रबंधन को यह जरुर करना चाहिए कि कोलियरियो के समीप अवैध खादानो का संचालन पूर्णत: बंद करवा दे. वही सीआईएसएफ जैसी अच्छी सुरक्षा एजेंसी रहने के बावजूद भी अवैध खादानो व कोयला चोरी पर रोक नहीं लगाया जा रहा है, जिससे ईसीएल को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है और इस नुकसान की भरपाई ईसीएल प्रबंधन कोलियरीयो को बंद करके करना चाहता है.

सीआईएसएफ केम्प के समीप से कोयलों की चोरी होती है

सदस्यों ने कहा कि सीआईएसएफ केम्प के समीप से कोयलों की चोरी होती है, नर्समुदा व पटमोहना कोलियरी के आसपास खुलेआम अवैध खादानो का संचालन किया जा रहा है, लेकिन सीआईएसएफ के जवान आँख मूंदे हुए है. इस दौरान जेसीसी सदस्यों ने श्रमिको के जर्जर क्वाटर एवं पानी का मुद्दा भी उठाया. कहा कि 80 प्रतिशत श्रमिको के क्वाटरो में पानी की व्यवस्था नहीं है. वही प्रबंधन से अनुरोध किया गया कि एक एक्शन प्लान बनाकर उसके तहत इस वर्ष कार्य करने पर जोर दिया जाए. जिससे उत्पादन में वृद्धि को प्राथमिकता देते हुए लक्ष्य प्राप्ति की जा सके और हानि को कम करने का प्रयास जारी रहे. खादानो से पानी निकासी के लिए नए पम्प चाहिए और जो नए पम्प दिए गए उसे जब मरम्मती के लिए भेजा जाता है तो काफी समय लग जाता है यदि समय पर पम्प मिल जायेगा तो उत्पादन प्रभावित नहीं होगा. वही जेसीसी सदस्यों ने पारबेलिया कोलियरी को दोबारा चालु करवाने को लेकर जीएम सोदपुर को धन्यवाद दिया और कहा कि वर्तमान जीएम से हमसभी को काफी आशाये है, क्योकि उनका प्रभावशाली नेतृत्व को हमलोग देख चुके है और हमलोगों को आशा है कि उनके नेतृत्व में सोदपुर एरिया काफी उन्नति करेगा. वही महाप्रबंधक ने सभी शिकायतों व सुझावों को काफी ध्यान से सुना और सभी पर जल्द कार्यवाई करने का आश्वासन दिया.

Last updated: जनवरी 6th, 2018 by News Desk