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धंसान के बाद निरक्षण को गए अधिकारीयों को ग्रामीणों ने घेरा

फ़ाइल फोटो

सालानपुर -ईसीएल सालानपुर क्षेत्र के डाबर कोलयरी अंतर्गत बीते सोमवार को हुए भू-धंसान के बाद मंगलवार को निरिक्षण करने गए डाबर कोलयरी एजेंट एनके सिन्हा, प्रबन्धक प्रभात कुमार तथा सहायक प्रबन्धक काजल बनर्जी को स्थानीय सैकड़ों ग्रामीणों ने घेर लिया. साथ ही तत्काल भू-धंसान हुए शमशान इलाके को समतल करने की मांग की. विरोध झेल रहे अधिकारियों ने कहा कि वे सभी मांगों एवं मुद्दों को वरीय अधिकारियों को हस्तांतरित कर देंगे. हालांकि बीते सोमवार को हुए दुर्घटना के बाद से ही कोलयरी का ब्लास्टिंग बंद होने के कारण डिस्पेच पूर्ण रूप से ठप है. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक प्रबंधन की ओर से कोई निर्णय नहीं लिया जाता है, तब तक ब्लास्टिंग अनिश्चितकाल के लिए ठप रहेगा. स्थानीय निवासी जनार्धन मंडल का कहना है कि जिस स्थान पर धंसान हुई है वहाँ पर 400 वर्ष पुरानी शमशान है, जो घटना के बाद जमीदोज हो गयी है, साथ ही दो तालाब भी पूर्ण रूप से सुख गयी है. उन्होंने कहा ऐसे भी ईसीएल द्वारा निरंतर हेवी ब्लास्टिंग के कारण लोहाट और सामडीह गाँव के लोगों की जीवन तलवार की नोक पर है, प्रबंधन दोनों गाँव को अधिग्रहण कर स्थानीय को मुआवजा और पुनर्वास की वयवस्था कर दे तथा जमकर उत्खनन करे. मौके पर सामडीह पंचायत प्रधान विणा दे, गोपी घोष, अशोक घोष, अधिरथ मंडल,आनंद मंडल समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे|

Last updated: जुलाई 3rd, 2018 by Guljar Khan