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पूर्व रेलवे , आसनसोल मण्डल नित नयी ऊंचाइयों को छू रहा , पेश किए आंकड़े

रेलवे की दीवार पर अंकित एक खूबसूरत पेंटिंग

रेलवे की दीवार पर अंकित एक खूबसूरत पेंटिंग

आसनसोल मंडल उच्चत्तर सोपान को प्राप्‍त करने के लिए अथक प्रयासरत

पूर्व रेलवे आसनसोल मंडल वर्षों से अपने सर्वोत्तम के लिए अथक रूप से प्रयासरत है। मंडल का इस बात पर विशेष रूप से ध्यान रहता है कि सभी रेलवे उपभोक्ताओं को माल तथा यात्री परिवहन, दोनों ही कोटियों में बेहतर सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ सुविधाओं को उन्नत करने तथा समयबद्धता को अक्षुण्ण रखने के लिए नायाब तरीके तथा उपाय निकाले जाए। इस मंडल को उच्चत्तर सोपान तक पहुँचाने के लिेए लगातार प्रयास किए जा रहे है. श्री पी. के. मिश्रा, मंडल रेल प्रबंधक/आसनसोल के कुशल नेतृत्व में अभी हाल ही में समाप्त हुए वित्तिय वर्ष 2017-18 के दौरान आश्चर्यजनक कार्यनिष्पत्ति देखने को मिला है। इस अवधि में लदाई, स्टेशनों पर एलईडी लाईंटों की व्यवस्था,उर्जा संरक्षण,संरक्षा उपायों,स्टेशनों की सुन्दरता आदि के कार्यों में विस्मयकारी सफलता प्राप्त हुआ है।

लक्ष्य से अधिक हुयी लदान, कमाई में 14.52% की उछाल

पिछले वित्तीय वर्ष में विभिन्‍न मदों में 41.03 मिलियन टन की लदाई कर 40.874 मिलियन टन की लोडिंग लक्ष्य से आगे निकल गया है, इस मंडल ने किसी भी वर्ष में किसी एक अवधि के मुकाबले एक दिन, एक महीने और पूरे वर्ष के दौरान हाने वाली कुल लोडिंग के सभी पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। यह अब तक का सर्वोच्य रिकॉर्ड रहा है। 2016-17 में, आसनसोल मंडल के लोडिंग आकड़ा 36.279 मिलियन टन था इस प्रकार 2016-17 के मुकाबले 2017-18 में 4.76 मिलियन टन की लदान में बढ़ोत्तरी है, अर्थात् 13.10% की शुद्ध वृद्धि दर्ज हुआ. वर्ष 2016-17 में कोयला लदान में 29.882 मिलियन टन की तुलना में वर्ष 2017-18 में 34.070 मिलियन टन हुई. इस तरह कोयला लदान में 14.02% की वृद्धि दर्ज की गई. वर्ष 2017-18 में, 3.448 मिलियन टन स्टील भी लदान किया गया है जो वर्ष 2016-17 के 3.313मिलियन टन से 4% अधिक है. इसके अलावा, वर्ष 2016-17 में 2985.36 करोड़ रुपये की तुलना में इस वर्ष 3418 करोड़ रुपये की कमाई आसनसोल मंडल द्वारा सामान की लदान एवं प्रेषण के मद से हुई है. यह पिछले वर्ष की तुलना में 432.64 करोड़ अधिक, अर्थात यह 14.52% की उछाल है.

आधुनिकीकरण और नवीनीकरण में लक्ष्य से भी अधिक हुआ काम

पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल के सिविल इंजीनियरिंग विभाग ने अभी समाप्‍त हुए वित्तिय वर्ष 2017- 18 के दौरान विभिन्न संरक्षा मूलक कार्यों को पूरा कर इतिहास रचा है। समाप्‍त हुए वित्तिय वर्ष में, 82 किमी के लक्ष्य के तुलना में 82.63 किलोमीटर लंबे ट्रैक नवीकरण का कार्यपूरा हुआ है. यह वर्ष 2016- 17 की तुलना में 52.2 किमी के नवीनीकरण की तुलना से 58% अधिक है. पिछले वित्तीय वर्ष में 110 सेट स्विचों के तुलना में 172 सेट स्विचों को नवीकरण किया गया. यह वर्ष 2016- 17 के 129 सेटों की नवीकरण की तुलना में 33% अधिक है. वर्ष 2017- 18 में 700 के लक्ष्य के तुलना में 944 ग्‍लूड ज्‍वाइंटों को नवीकरण किया गया है. यह वर्ष2016- 17 में 628 ग्‍लूड ज्‍वाइंटों को नवीकरण की तुलना में 50.3% अधिक है. इसके अलावा, वर्ष 2016- 17 में 10.30 किमी की तुलना में वर्ष 2017- 18 में 102किमी एलडब्ल्यूआर को डिस्‍ट्रेस्‍ड किया गया हैं. यह 890% की विशाल बढ़त है. पिछले वित्तिय वर्ष में इस कार्य का लक्ष्य 100 किलोमीटर था. वर्ष 2017- 18 के दौरान97000 वर्ग मीटर गार्डर ब्रिज पेंटिंग के लक्ष्य की तुलना में 113459 वर्ग मीटर पेंटिंग को पूरा किया गया. यह भी एक बड़ी सफलता है और वर्ष 2016- 17 के 7040 वर्ग मीटर गार्डर ब्रिज पेंटिंग की आकड़ो की तुलना में 1515% अधिक है. पुल के कार्यों को पूरा करने की दिशा में भी मंडल लक्ष्य से आगे निकल गया है. वर्ष 2017- 18 में 34 पुल के कार्यों को पूरा करने के स्‍थान पर 60 पुल का काम को पूरा किया गया. वर्ष 2016- 17 में, 32 पुल के काम पूरा किया गया था. पिछले वित्तीय वर्ष में 3 मानव युक्‍त समपार फाटक को हटा कर उसके स्‍थान पर एफओबी/एलएचएस में परिवर्तित किया गया है. पिछले वित्तीय वर्ष में सिरसा- नुनथर, धनपडिह के दो हॉल्‍ट स्टेशनोंका उद्घाटन किया गया है.

रेलवे स्टेशनों में एलईडी लाइट फिटिंग से सालाना 9.18 लाख यूनिट की बचत होगी

इस मंडल के सभी स्टेशनों पर एलईडी लाइट फिटिंग उपलब्‍ध कराने में सफलता प्राप्त की गई है. 82 में से 82 स्टेशनों को दिनांक 25.03.2018 तक एलईडी प्रकाशीय व्‍यवस्‍था में परिवर्तित कर दिया गया है. अब आसनसोल एलईडी में परिवर्तित मंडल हो गया है. यह सालाना 9.18 लाख यूनिट की बचत करेगा, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 72 लाख रुपये कि बचत होगी. वित्तीय वर्ष 2017- 18 से फरवरी 2018 तक पिछले वर्ष की तुलना में 8.59 लाख यूनिट की कमी आई जिसके कारणा बिजली बिल में 66.97 लाख रुपये कि बचत हुई. पिछले वित्तिय वर्ष में यात्रियों के सेवा हेतु आसनसोल स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 2 और 7 में दो एस्केलेटर भी यात्री सेवा हेतु समर्पित किया गया. राजला, इसानचांदी हॉल्‍ट, कृष्णाबल्लभ सहाय, नवाडीह, भलुआ, काकबारा, जामा, नई मदनपुर, मोहनपुर, सुगापहाड़ी हॉल्ट 6/13, सुगापहाड़ी हॉल्ट7/13 जैसे 11 रेलवे स्‍टेशनों को स्थानीय विद्युत/सौर/एटी के साथ विद्युतीकरण कर दिया गया. स्थानीय विद्युत द्वारा सात एलसी फाटकों का विद्युतीकरण किया गया है.

सुरक्षा एवं संरक्षा के लिए कई सेमिनार एवं कार्यक्रम किए आयोजित

पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान गाडि़यों के संचालन में संरक्षा को बढ़ाने और इसे सुनिश्चित करने के साथ- साथ लाइन कर्मचारियों को ज्ञान को संवारने के लिए 58 संरक्षा सेमिनार तथा क्‍वीज को आयोजित किया गया. श्री पी. के. मिश्रा, मंडल रेल प्रबंधक ने इस मंडल के कई स्‍थानों पर स्‍वयं ही इस सेमिनार और क्‍वीज को संचालित किया. उन्होंने इन सेमिनारों में लाईन कर्मचारियों का रिवर्स- काउंसलिंग भी किया. इस अवधि में एनडीआरएफ की मदद से एक मॉक सुरक्षा ड्रिल आसनसोल में तथा आसनसोल- जसीडीह सेक्‍शन में सेफ्टी ऑडिट की आयोजित की गई. 8370 रेलवे कर्मचारियों और 7142 आम आदमी को संरक्षा परामर्श भी सफलतापूर्वक पूरा किया गया. समपार फाटकों पर रेलवे सुरक्षा बल द्वारा नियमित संरक्षा अभियान चलाए जाते हैं. इसके अलावा, नियमित अंतराल पर गॉवों में बैठके आयोजित कर यात्री जागरूकता कार्यक्रमों को सम्‍पन्‍न किया जाता है.

आसनसोल मंडल पूरे वर्ष के दौरान नियमित रूप से जन- कल्याण शिविर, कर्मचारी संवाद और शिकायत संग्रह शिविर का आयोजन सम्पन्न करता रहा है. यह एक अनूठा त्रिस्तरीय पहल था जिसका उद्देश्य विभाग के प्रत्येक कर्मचारी से संपर्क करना था. कर्मचारियों को उनके सेवा पंजिका को दिखाया गया और उन्हें इस मंडल से मिलने वाले विभिन्न कल्याणकारी लाभों से अवगत कराया गया, जिसके वो हकदार हैं.

जागरूकता फैलाने वाले फोटो एवं पेंटिंग्स से रेलवे स्टेशनों का सौंदर्यीकरण किया गया

आसनसोल, जसीडिह, रानीगंज, मधुपुर और दुर्गापुर में फोटो गैलरी को भी लगाया गया. इस मंडल के विकास और अभ्‍युदव को दर्शाती हुई दुर्लभ चित्रों को वहाँ प्रदर्शित किया गया. आसनसोल, रानीगंज, अंडाल, दुर्गापुर, जसीडिह और मधुपुर स्‍टेशनों तथा रेलवे कॉलिनियों के दीवारों को चित्रांकन के द्वारा सौंदर्यीकरण किया गया. यह परियोजना स्वच्छ भारत अभियान के साथ मेल खाता है. साथ ही कुछ मुद्दों के बारे में जागरूकता फैलाने, विचारों और कार्यों को कुरेदने तथा सभी उम्र, वर्गों एवं पेशे के सभी उम्र के लोगों में कौतूहल पैदा करने तथा उन्‍हें यह बताने के लिए कि कैसे खाली और परित्‍यकत स्‍थानों को खूबसूरत स्‍ट्रीट आर्ट में बदल दिया गया है, इस योजना को हाथ में लिया गया है.

इसके अलावा वित्तिय वर्ष 2017- 18 के दौरान पूरे मंडल में सुरक्षा इंतजाम को भी चुस्‍त किया गया. इंटिग्रेटेड सुरक्षा प्रणाली के अंतर्गत दुर्गापुर तथा आसनसोल जैसे स्‍टेशनों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है. 150 से अधिक कैमरों से युक्‍त इस सर्वेलिएंस प्रणाली के द्वारा इन स्‍टेशनों पर किसी दुर्घटना को आसानी से मॉनिटर तथा नियत्रंण किया जा सकता है एवं आवश्‍यक कार्यवाही संपादित किए जा सकते है. वर्ष 2017- 18 के दौरान रेलवे परिसरों के 10 अतिक्रमणों को हटाया गया. इसके अलावा 124 बच्‍चे तथा 7 महिलाओं को आसनसोल मंडल के रेलवे सुरक्षा बल द्वारा उद्धार किया गया. वर्ष 2017- 18 के दौरान 44 व्‍यक्तियों के गिरफ्तारी के साथ धारा 3(ए) आरपी(अप) अधिनियम के अंतर्गत 30 मामले दर्ज किए गए तथा 3,41,144/- रुपये मूल्‍य के संपत्ति को उद्धार किया गया. बरामद किए गए चोरी के माल का मूल्‍य, 2016- 17 के दौरान बरामद की गई वस्‍तु के मूल्‍य से 56.5% ज्‍यादा है.


सभी आंकड़े पूर्व रेलवे -आसनसोल मण्डल द्वारा प्रेस विज्ञप्ति में जारी किए गए हैं 

Last updated: अप्रैल 6th, 2018 by News Desk Monday Morning