प्रिंस द्वारकानाथ के कर्मस्थली हेरिटेज घोषित
रानीगंज -भारत के प्रथम कोल कंपनी कर एण्ड टैगोर एवं इस कंपनी के मालिक विश्व कवि रविंद्र नाथ ठाकुर के पिता प्रिंस द्वारकानाथ ठाकुर की कर्म स्थली एगरा ग्राम के नारायण कुड़ी स्थित क्षेत्र को किस प्रकार आकर्षक तरीके से सजाया जाए ताकि बीते दिन हेरिटेज विभाग द्वारा इस स्थान को भारतीय धरोहर के रूप में घोषणा किए जाने के पश्चात लोगों का आकर्षण का केंद्र बन सके. इस विषय को ध्यान में रखते हुए रविवार को हेरिटेज कमेटी की बैठक मथुरा चंडि पीठ स्थान में की गई. इस बैठक में कमेटी की ओर से तुलसीदास, भूतनाथ मंडल, अरविंद सिंघानिया, देवाशीष दास, गौतम कुमार के अलावा परेशचंद्र मण्डल, मलय मुखर्जी, शंभू नाथ बनर्जी सहित काफी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे. इस अवसर पर तुलसीदास ने बताया कि काफी जद्दोजहद के पश्चात प्रिंस द्वारकानाथ ठाकुर के इस कर्मस्थली को अंततः भारतीय ऐतिहासिक धरोहर में शामिल कर लिया गया है, जो हम लोगों के लिए गर्व का विषय है. इस स्थान को किस प्रकार पर्यटन स्थल में बदला जाए ताकि लोगों का आकर्षण का केंद्र बन सके, इस विषय को ध्यान रखते हुए बैठक की गई है. संस्था की ओर से भूतनाथ मंडल ने बताया कि बीते वर्ष 2004 से हेरिटेज कमेटी लगातार इस स्थान को भारतीय ऐतिहासिक धरोहर में शामिल करने के लिए प्रयासरत रही थी. भारतीय ऐतिहासिक धरोहर विभाग ने हम लोगों की मांग को स्वीकार करते हुए प्रिंस द्वारकानाथ ठाकुर के एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग, चानक, उनके बंगलों, हालेज घर तथा जेटी को भारतीय एतिहासिक धरोहर में शामिल कर लिया है. उन्होंने कहा कि यहाँ के विधायक की भी इस कार्य में अहम् भूमिका रही है.
अपने आस-पास की ताजा खबर हमें देने के लिए यहाँ क्लिक करें
Copyright protected
झारखण्ड न्यूज़ की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View