कल्याणेश्वरी। डीवीसी पेंशनर फोरम मैथन यूनिट का चौथा वार्षिक सम्मेलन मैथन स्थित मैथन क्लब में रविवार को संपन्न हुआ । सम्मेलन का उद्घाटन डीवीसी पेंशनर फोरम के अध्यक्ष मनोरंजन सरकार ने दीप प्रज्जवलित कर किया ।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मनोरंजन सरकार ने कहा ने कहा कि डीवीसी के नवनिर्माण में पेंशनर भाइयों का अहम भूमिका है । आज डीवीसी दिन-प्रतिदिन उन्नति कर रही है यह गौरव की बात है । डीवीसी के फलने-फूलने में हम जैसे हजारों कर्मियों ने दिन रात मेहनत कर इसे सजाया है । डीवीसी के अच्छे दिन में भी और बुरे दिन भी हमलोग कदम से कदम मिलाकर चला और साथ निभाया । आज डीवीसी का ही देन है कि हम और हमारे बच्चे फलफुल रहे है । हम सभी पेंशनर यही कामना करते है कि डीवीसी और उन्नति करे ।
[adv-in-content1]
अस्पताल संख्या बढ़ाने, डीवीसी क्वार्टरों की लीज सहित सात मांगें रखी
उन्होंने डीवीसी प्रबंधन से पेंशनरों की मुख्य सात मांगों को अविलंब पूरा करने की मांग की जिसमें कैशलेस चिकित्सा के लिए और अधिक अस्पतालों की संख्या बढ़ायी जाए, मेडिकल बिल का रिम्बर्समेंट समय पर किया जाए, डीवीसी के अतिरिक्त मकानों को डीवीसी के पेंशनरों को लीज पर दिया जाए, डीवीसी के मकानों को नियमित मरम्मत किया जाए, मेथड 1एव 2 के तहत समस्त पेंशनरों का पेंशन का संशोधन अविलंब किया जाए, पेंशनर ग्रेजुएटी ट्रस्टी बोर्ड में पेंशनरों के प्रतिनिधि को शामिल किया जाए एवं डीवीसी पेंशन फॉर्म मैथन यूनिट का ऑफिस की मरम्मत या कहीं अन्यंत्र जगह आवंटित किया जाए इत्यादि मांगे शामिल हैं।
उन्होंने डीवीसी प्रबंधन पर पेंशनरों की कई मामलों में अनदेखी करने का भी आरोप लगाया । जिसमें मेडिकल बिल एवं पेंशनरों की मकानों की मरम्मत शामिल है। उन्होंने कहा कि डीवीसी प्रबंधन पेंशनरों से 20 गुना आवास भाड़ा एवं बिजली तो वसूल लेती है परंतु उनके आवासों में मरम्मत नहीं कराती है। जिससे पेंशनर काफी परेशान रहते हैं ।
इसी सम्मेलन में बोलते हुए महासचिव स्वपन मोहिता ने कहा कि डीवीसी के निर्माण में पेंशनरों की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। पेंशनरों ने ही अपने खून पसीने से डीवीसी का निर्माण किया है परंतु डीवीसी प्रबंधन कई मामलों में पेंशनरों को ही परेशान करती है।
वार्षिक सम्मेलन में पूरे साल का लेखा-जोखा मैथन यूनिट के सचिव जी राम ने प्रस्तुत किया इस मौके पर मैथन यूनिट के अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद ,एचबी प्रसाद, अर्जुन पाठक ,रवीन्द्र कुमार, कल्याण चटर्जी, बादल प्रसाद ,आरपी सिंह, संतोष घोष सहित सैकड़ों की संख्या में पेंशनर मौजूद थे।