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खबरें दुर्गापुर की

फ़ाइल फोटो

ईपीएफओ हाट का उद्घाटन, लोगों को मिलेगी सुविधा

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन दुर्गापुर क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा एक नई अवधारणा ईपीएफ हाट का बुधवार को शुभारंभ किया गया। जिसके तहत इन सेवाओं का पहुँच बढ़ाने और प्रस्तावित सभी सामाजिक सुरक्षा से जुड़े लोगों को एक ही प्लेटफार्म के माध्यम से प्रदान किया जाएगा। इस योजना की शुरूआत बुधवार से हुई। जिसमें विभिन्न प्रतिष्ठानों के नियोक्ता मौजूद थे। आरंभिक स्तर पर सेवा की शुरुआत इस कार्यालय के प्रांगण में किया गया।

इसके पश्चात कार्यालय के अंतर्गत आने वाले विभिन्न जिलों पूर्व एवं पश्चिम बर्द्धमान,बांकुड़ा, पुरुलिया, बीरभूम में भी खोला जाएगा। जिससे सुदूर क्षेत्रों से इस कार्यालय में आने वाले नियोक्ता सदस्य पेंशनरों को अपने निकटवर्ती हार्ट सुविधा मिल सके और उन्हें दुर्गापुर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऑनलाइन सुविधाओं से संबंधित इपीएफ के माध्यम से विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन सुविधाएं जैसे सदस्यों से संबंधित उनके विवरण का सुधार किया जाना, अदाओं का ऑनलाइन निष्पादन करना, केवाईसी, बैंक खाता, पैन कार्ड आदि को जोड़ा जाएगा।

इसके पहले दुर्गापुर कार्यालय द्वारा योजना का आरंभ किया गया था। जिसके तहत प्रत्येक संस्थान के लिए एक मित्र नियुक्त किया गया था कि स्थापना के भविष्य निधि से संबंधित समस्त कार्यों में सहायता प्रदान कर सके। इसके साथ ही बुजुर्ग महिलाओं की मदद के लिए अपनी सेवाएं प्रदान कर सके। इस तरह का अवधारणा को 1 नवंबर को नई दिल्ली में सम्मान दिया गया।

आयुक्त आरिफ लोहानी ने कहा कि आम लोगों को घर-घर तक पहुँचाने के लिए दुर्गापुर कार्यालय दिशा में नई उड़ान सामाजिक सुरक्षा के साथ में हमारी नई पहचान के तहत काम कर रहा है। सहायक आयुक्त अजय सिंह, शैलेश कुमार,अशोक सिंह आदि उपस्थित थे।

मुआवजे की मांग को लेकर शव रखकर प्रदर्शन

कांजीलाल सारनी स्थित सुपर शक्ति निजी प्लांट के समक्ष बुधवार को पथ दुर्घटना में मारे गए मृतक पवन कुमार सिंह का शव रखकर परिजनों ने प्रदर्शन किया एवं मुआवजे की मांग की। इस दौरान काफी संख्या में ठेका श्रमिक प्लांट गेट के समक्ष जमा हुए। विधान पल्ली निवासी पवन कुमार सिंह मंगलवार दोपहर प्लांट के बाहर कार की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जहाँ बिधाननगर अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।

श्रमिक की मौत के बाद परिजनों ने प्रबंधन पर मुआवजे की मांग करते हुए शव रखकर प्रदर्शन किया। दूसरी ओर प्रबंधन ने श्रमिक की मौत प्लांट के बाहर होने के कारण मुआवजा देने से इंकार किया है। प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों ने बताया कि प्रबंधन को हर हाल में आश्रित को मुआवजा देना होगा। पवन की मौत ड्यूटी के दौरान हुई है।

पवन ड्यूटी के दौरान ही नाश्ता करने के लिए प्लांट से बाहर निकला था, जो ड्यूटी समय के अधीन पड़ता है। प्रबंधन नाश्ता करने के समय को ड्यूटी के अधीन नहीं मानती है तो प्रबंधन को गेट बंद करना चाहिए था। बीते कई वर्षों से ड्यूटी के अधीन ही कई श्रमिक दोपहर का भोजन करने के लिए पास के होटल में जाया करते हैं। इस संदर्भ में प्रबंधन से पूछे जाने पर उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार किया।

Last updated: दिसम्बर 26th, 2018 by Durgapur Correspondent