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दुर्गापुर : वैध गाड़ी को पुलिस जुर्माना करती है और अवैध गाड़ी को पार करती है पुलिस 

हमले से शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में ले जाते पुलिसकर्मी

हमले से शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में ले जाते पुलिसकर्मी

दुर्गापुर(28/12/2017): काकसां प्रखंड के बीएलएंडएलआरओ सिद्धार्थ मजूमदार और उनके साथ गए अन्य पांच अधिकारियों के साथ हुए मारपीट के मामले में पुलिस ने बुधवार की शाम सात लोगो को गिरफ्तार कर गुरूवार को दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश किया . जंहा आरोपियों की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायाधीश ने जमानत खारिज कर  आरोपियों को न्यायिक हिरासत में   भेज दिया ।

गिरफ्तार आरोपियों ने उल्टा पुलिस पर लगाए सांठगांठ के आरोप

पुलिस ने अशोक सिंह,अर्जुन सिंह,अजय कुमार सिंह,अजय सिंह,नगेन्द्र सिंह,न्यूटन गोलदार और संजय सरकार को अवैध बालू कारोबार और अधिकारी के साथ मारपीट का मामला दर्ज करते हुए अदालत में पेश किया । काकसां के बसतोला घाट के मालिक ए के सिंह ने बताया कि पुलिस ने उनके पांच लोगो को झूठे मामले में गिरफ्तार किया है, मारपीट के मामले में उन लोगो का कोई हाथ नही है । वे  लोग विकास कुमार कांट्रेक्टर के कर्मचारी है, जिन्होने   वैध रूप से बालू की टेंडर ली है ।

ग्रामीण और नेता नहीं  चाहते है कि यहाँ पर वैध रूप से बालू का कारोबार हो

उन्होंने बताया कि इलाके में ग्रामीण नहीं  चाहते है कि यहाँ पर वैध रूप से बालू का कारोबार हो । वह लोग चाहते है कि अवैध रूप से बालू का कारोबार धड़ल्ले से चले।  किसी प्रकार का कोई रोक- टोक प्रशासन के तरफ से न हो सके, चारों ओर बालू घाटों पर ग्रामीणों का कब्जा रहे, उन्होंने कहा कि पुलिस उन लोगो को गिरफ्तार नही कर रही है जो लोग अवैध बालू के कारोबार से जुड़े है।  पुलिस उन लोगो को गिरफ्तार किया जो लोग निर्दोष है । उन्होंने कहा अवैध बालू कारोबार इलाके में धड़ल्ले से चल रही है इसकी जानकारी जिला शासक ,महकमा शासक,पुलिस प्रशासन को भी दिया गया है । कुछ दिन पहले भी जिला शासक के नेतृत्व में छापेमारी हुई थी . कुछ गाड़ियों को भी पकड़ा गया था । मगर पुलिस की मिलीभगत के कारण बालू माफिया भाग निकलते हैं और खाली हाथ लौट आना पड़ता है।  प्रशासन को चाहिए कि बालू माफिया पर शिकंजा कसें  ताकि राज्य सरकार को बालू का सही राजस्व मिल सके ।

वैध गाड़ी को पुलिस जुर्माना करती है और अवैध गाड़ी को पार करती है पुलिस

1 साल पहले हम लोगों को टेंडर मिली थी सरकार द्वारा।  उसके बाद से हम लोग काम कर रहे हैं.  हमारे गाड़ी बालू लेकर निकलती है तो पुलिस पकड़ लेते हैं और 60 हजार रुपया का फाइन करते हैं । अवैध जो बालू निकलता है उसे आसानी से पार करा देते हैं मगर इलाके के लोग , नेता पुलिस नहीं चाहते हैं कि हम लोग बालू का कारोबार वैध ढंग से करें क्योंकि उन लोगों के पास वैध बालू का पैसा नहीं पहुंच पा रहा है।  जिसके चलते ही यह लोग हमारे लोगों को परेशान कर रहे हैं । जिसके साथ इलाके के कुछ गांव के लोग भी उन लोगों की मदद दे रहे हैं । अगर इस तरह चलता रहा तो हम लोग सरकार को कहेंगे कि हमारा पैसा लौटा दे हम लोग बालू घाट छोड़कर चले जाएंगे।  अन्यथा सरकार उन सब बालू माफिया पर शिकंजा कसे जो रात के अंधेरे में अवैध बालू का धंधा करते हैं।

सैय्यद किरण चलाता है अवैध बालू का कारोबार

पुलिस पर भी नजर  रखें ताकि पुलिस इन लोगों को मदद ना दे सके तभी राज्य सरकार बालू से राजस्व वसूल  कर सकेगी ।  स्थानीय लोगों का आरोप है कि अवैध बालू का कारोबार सैय्यद किरण है जो पुलिस और नेता के मदद से बालू का कारोबार धड़ल्ले से चला रहे है । और उस घटना में सैयद किरण के ही लोगों शामिल है जिन लोगों ने डीएल आरोपी पिटाई की थी . पुलिस घटना की सही जांच करें और दोषियों को पकड़कर सख्त कार्रवाई करें तभी बालू माफिया पर लगाम लगाई जा सकती है नहीं तो सरकार वैध घाट को बंद कर देना पड़ेगा।

Last updated: दिसम्बर 29th, 2017 by Durgapur Correspondent