लोयाबाद। शंख की ध्वनि, धार्मिक नारो व ढाक की थाप के साथ बेल भरनी के लिये पालकी यात्रा निकाली गयी। इसके साथ ही क्षेत्र के सेन्द्रा, बांसजोड़ा, कनकनी, लोयाबाद दुर्गामंदिर में पूजा की शुरुआत हो गयी। यात्रा महासप्तमी के दिन मंगलवार की सुबह लोयाबाद दुर्गामंदिर से निकलकर मदनाडीह तालाब तक गई। जहाँ पुजारी अमल कृष्ण भट्टाचार्य द्वारा पूरे विधी विधान व मंत्रोचार के साथ पूजा अर्चना कर माँ का अवह्नान किया। जैसे ही माँ दुर्गा अपने मायके पहुँचीं, ढाक की थाप पर बेटी का स्वागत हुआ तो ऊलु ध्वनि से वातावरण को शुभ बनाया गया।
मान्यता है कि इस दिन माँ दुर्गा अपने बच्चों लक्ष्मी,गणेश, सरस्वती और कार्तिकेय के साथ मायके आती हैं। बेटी स्वरूप माँ दुर्गा के अपने परिवार के साथ आगमन पर मंदिर परिसर में मौजूद परिवारों में उल्लास छा गया। इसके साथ ही चार दिवसीय शारदीय नवरात्र का शुभारंभ हो गया। हालांकि कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन को लेकर लोग सत्तर्क भी देखे गए। यात्रा में बिजेन्द्र पासवान,सुनील पांडेय, मनोज मुखिया, मुकेश झा, मन्नू सिंह, चंदू यादव सहित महिलायेंं आदि शामिल थी।