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वर्षों से डंपर ड्राइवरों का हो रहा था शोषण, जब अपना हक मांगा तो तृणमूल नेता ने कर दी पिटाई

अंडाल-: ईसीएल के सोनपुर बाजारी एरिया के प्राइवेट डंपर ड्राइवरों के वेतन वृद्धि के लिए आवाज़ उठाने वाले ड्राइवर मंगल सिंह को हरिपुर कोलियरी इलाका स्थित तृणमूल कॉंग्रेस कार्यालय बुलाकर पिटाई की गई.आरोप है कि पांडवेश्वर ब्लॉक तृणमूल युव कॉंग्रेस के अध्यक्ष संजय यादव ने मंगल की पिटाई की है.

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पिटाई के खिलाफ डंपर ड्राइवरों ने कर दिया आंदोलन , घंटों ठप्प रहा काम-काज

इस घटना के बाद सीएमएटी और एमवीसी (जेवी) पैच ओसीपी में काम करने वाले सभी डंपर ड्राइवरों ने आंदोलन छेड़ दिया.जिससे उक्त दोनों पैच ओसीपी में काम-काज घंटों ठप रहा.पिटाई से घायल मंगल सिंह को खान्द्राा ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया.इसके बाद उन्होंने संजय यादव के खिलाफ पुलिस से शिकायत की.हालांकि स्थानीय विधायक जितेंद्र तिवारी ने मामले में हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को बैठाकर मामले को सुलझाते हुए परिस्थिति को सामान्य करवाया.

कलबीर सिंह और मंगल के साथ काम करने वाले ड्राइवरों ने कहा कि पैच में काम करने वाले कर्मियों को कोल इंडिया के हाई पावर कमिटी द्वारा निर्धारित दैनिक मजदूरी नहीं दिया जा रहा है. मंगल सिंह के नेतृत्व उनलोगों ने आवाज़ उठाते हुए वेतन वृद्धि की मांग को लेकर सोनपुर बाजारी क्षेत्रीय प्रबंधन को पत्र लिखा. यह बात जब संजय यादव को पता चला तब उसने मंगल को सोमवार की रात करीब 8 बजे हरिपुर स्थित तृणमूल कार्यालय बुलाया.

मंगल सिंह और ओमप्रकाश गोसाई जब तृणमूल कार्यालय पहुँचे तब संजय यादव ने यह कहते हुए मंगल की पिटाई कर दी कि उनलोगों के रहते वह प्रबंधन के पास इस मुद्दे को लेकर क्यों गया. पिटाई की खबर फैलते ही सभी ड्राइवर काम छोड़कर सड़क पर उतर घटना के प्रतिवाद में आंदोलन छेड़ दिया. सूचना मिलते ही पांडवेश्वर थाना, ईसीएल के सिक्यूरिटी और सीआईएसएफ घटना स्थल पर पहुँचे ।

संजय यादव ने मार-पीट से किया इंकार

इधर घटना के संबंध में युवा तृणमूल कॉंग्रेस के बलाॅक अध्यक्ष संजय यादव का कहना मंगल सिंह पर मारपीट करने का आरोप लगाना गलत है .। मैं केवल पूछताछ के लिए हरिपुर में बुलाया था। जब वो नहीं सुना और जोरजोर से चिल्लाने लगा तो तृणमूल कॉंग्रेस कार्यालय से जाने के लिए कहा मारपीट नहीं किया, मारपीट का आरोप लगा कर बदनाम करना चाहता है ।

इधर घटना की सुबह गायघाटा मोड़ के निकट प्रतिवाद कर रहे ड्राइवरों को समझाने तृणमूल नेता गोपीनाथ नाग, शिवनाथ घोष, निताई मंडल पहुँचे. लेकिन वे सफल नहीं हो पाए. इसके बाद विधायक जितेंद्र तिवारी के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ.

कलबीर सिंह ने कहा कि विधायक जितेंद्र तिवारी ने आश्वस्त किया कि 31 जुलाई के बाद से ड्राइवरों को हाई पावर कमिटी द्वारा निर्धारित वेतन भुगतान करेगी.किया जायेगा । घटना को लेकर उन्होंने खेद जताया.इसके बाद दोनों पक्षों ने अंडाल थाना जाकर शिकायतें वापस ले ली.

क्या विधायक इन शोषकों के खिलाफ कोई कार्यवाही करेंगे ?

ठेका श्रमिकों के लिए कोल इंडिया के हाई पावर कमिटी द्वारा निर्धारित मजदूरी न देकर उन्हें वर्षों से बहुत कम मजदूरी दी जाती रही है । अब जबकि कटमनी के खिलाफ पूरे प० बंगाल में आंदोलन चल रहा है तो इन डंपर ड्राइवरों को भी हिम्मत हुई और अपने हक के लिए आंदोलन करने लगे तो यह बात सत्ता के नशे में चूर नेता को नागवार गुजरी और मजदूर की पिटाई कर दी।हालांकि विधायक के हस्तक्षेप से मामला शांत हो गया है लेकिन एक बड़ा सवाल यह है कि इतने वर्षों से ये नेता जो कटमनी खा रहे थे क्या उसे वापस करेंगे ? क्या विधायक जितेंद्र तिवारी को इस शोषण की जानकारी नहीं थी और अब जब उन्हें जानकारी हुई है तो क्या वे इन शोषकों के खिलाफ कोई कार्यवाही करेंगे ।

क्या इन मजदूरों का हड़पा हुआ पैसा वापस होगा ?

मजदूरों का पैसा खाना अपराध है और इसके लिए बहुत सख्त सजा का प्रावधान भी है।  इन सैकड़ों मजदूरों का पैसा डकारने वाले इन नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जरूरत है । मजदूरों को वो सभी पैसा वापस मिलना चाहिए जो ये नेता डकार गए ।

नेता ठेकेदार और प्रबंधन मिलकर हड़प कर जाते हैं मजदूर का पैसा

इन मजदूरों का पैसा नेता केवल अकेले नहीं खाते हैं । इनमें मुख्य किरदार होते हैं ठेकदार जिनके तहत ये मजदूर काम करते हैं । दूसरा किरदार होते हैं प्रबंधन जिनकी जवाबदेही होती है कि मजदूरों को हाई पावर कमिटी की सिफ़ारिशों के अनुसार मजदूरी मिले और तीसरे किरदार होते हैं सत्ताधारी नेता जो मजदूरों के आक्रोश को दबाने का काम करते हैं।

Last updated: जुलाई 16th, 2019 by News-Desk Andal

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