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रेलवे साईडिंग में कोयले के नीचे दबा मिला डम्पर चालक का शव बरामद, दो दिन से था लापता

ईसीएल सालानपुर एरिया के सालानपुर थाना अंतर्गत बंजेमारी कोलियरी रेलवे साइडिंग में शुक्रवार एक व्यक्ति का शव मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया । घटना दोपहर की है, जब रेलवे साइडिंग में कोयले के नीचे एक अज्ञात शव दबे होने की जानकारी मिली, जिसके बाद तत्काल मामले की जानकारी बंजेमारी कोलियरी ईसीएल प्रबंधक को सूचना दी गई ।

सड़ चुका था शव

प्रबंधन की सूचना के बाद मौके पर पहुँची सालानपुर पुलिस ने ईसीएल प्रबंधन की सहयोग से पेलोडर द्वारा शव को बाहर निकाला, शव पूरी तरह से सड़ चुका था और बदबू आ रही थी,  शव कोयले से बहार निकालने के क्रम में दो भागो में अलग हो गया। इधर सलानपुर पुलिस ने शव को जब्त कर अंत्यपरीक्षण के लिए आसनसोल जिला अस्पताल भेज दिया।

शव के जेब से मिले पहचान पत्र से हुई मिली जानकरी

शव के पॉकेट से मिली पैन कार्ड, आधार कार्ड  पर मृतक का नाम निमाई पाल (40) पिता सतीश पाल अल्लाडी निवासी बताया जा रहा है। सूचना पाकर मौके पर पहुँचे मृतक के बड़े भाई ने शव की शिनाख्त की और बताया कि निमाई पाल डम्पर चालक है, जो कि 2 दिनों से लापता था। उक्त डम्पर 2 दिन पूर्व बंजेमारी में ही खड़ा मिला था, तभी से मेरे भाई का पता नहीं चल पा रहा था।

केवल दिखाने के लिए  है सीसीटीवी कैमरा

बताया जाता है कि जहाँ शव बरामद हुआ वहाँ पर बेगुनिया कोलियरी से कोयला डंपिंग किया जाता है । पूरे रेलवे साइडिंग में सीसीटीवी कैमरा तो लगा है, पर बताया जाता है कि कोई भी कैमरा काम नहीं कर रहा है। मामले को लेकर स्थानीय लोगों का ईसीएल प्रबंधक की लापरवाही को ही घटना का कारण बताया है।

कई सवाल खड़े करती है यह घटना

वह साईडिंग के कोयले में कैसे दब गया इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है । काम के दौरान दबने की तो कोई संभावना नहीं है क्योंकि उस वक्त ड्राइवर अकेला नहीं रहता है । और यदि ड्राइवर दब गया तो तुरंत इसकी खोज होने लगती है ।  मृतक के भाई ने बताया कि डंपर उसी स्थान पर खड़ा था । यदि काम के दौरान वह गुम हुआ तो तत्काल उसे ढूँढने कि कोशिश क्यों नहीं हुई ।

आत्महत्या की कोई संभावना नहीं है क्योंकि लाश कोयले के नीचे मिली है । हत्या की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है । लाश जिन परिस्थितियों में मिली है वह कई सवाल खड़े करती है जिसका जवाब पुलिस को ढूँढना है लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो रेलवे की व्यवस्था पर भी है कि कोयले की साईडिंग में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है और वह किसी काम का नहीं है ।

ईसीएल स्थानीय प्रबंधन ने मामले को लेकर कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया। और कहा कि घटना के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है, और उनलोगों ने कुछ भी नहीं देखा जबकि प्रबंधन घटना स्थल पर स्वयं मौजूद थे।

Last updated: अप्रैल 24th, 2020 by Guljar Khan