मोदी की जनसभा के दौरान लू से हुई एक व्यक्ति की मौत पर आमने-सामने भाजपा और तृणमूल, वोट बैंक बटोरने के लिए देर रात तक मृतक के घर चक्कर काटते दिखे नेता ।
एक तरफ जहाँ भाजपा ने चुनाव का हवाला देते हुये मृतक के परिजनों को सहायता करने का दिया आश्वासन तो दूसरी तरफ तृणमूल ने अचार संहिता उलंघन कर मृतक के परिजनों को 10 हजार कर अनुदान राशि देकर परिजनों को नॉकरी देने का किया वादा ।
पश्चिम बंगाल के आसनसोल में हुई प्रधान मंत्री की जनसभा के दौरान कड़ी धूप में लू लाग्ने से हुई एक व्यक्ति की मौत के बाद आसनसोल का सियासी पारा कुछ इस कदर चढ़ा है कि वोट बैंक पाने के लिए राजनीतिक दल अपनी सारी हदें पार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है ।
जी हां हम बता दें के 23 तारीख को आसनसोल में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा हुयी थी । जनसभा में लाखों की संख्या में आम लोगों के साथ-साथ भाजपा के नेता और कार्यकर्ता पहुँचे थे । तपती धूप में सुबह 10 बजे से प्रधानमंत्री का इनतजार कर रहे लोगों में शामिल टुनु प्रामाणिक नाम के एक शख्स को अचानक सन स्ट्रोक हो गया । घटना के बाद आनन-फानन में सभा स्थल पर मौजूद लोगों ने आसनसोल के सदर अस्पताल पहुँचाया जहाँ चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया ।
इस मौत ने प्रधानमंत्री की सभा स्थल पर प्रधानमंत्री को सुनने आए आम जनता के लिए की गई व्यवस्था का पोल खोल कर रख दिया, जिसके बाद अपनी साख बचाने के लिए एक तरफ जहाँ भाजपा मृतक के घर पहुँच उनका दुःख बाँटने और उनको हर मदद करने का आश्वासन देने में परेशान दिखे तो वहीं दूसरी ओर तृणमूल इस घटना को अपना हथियार बनाकर मृतक के घर पहुँच अचार संहिता का उलंघन कर 10 हजार का आर्थिक मदद कर परिजनों को एक नॉकरी देने का प्रस्ताव दे दिया ।
मौत पर हो रही इस सियासत ने आसनसोल के इस लोकसभा सीट को और गरमा दिया है। अब इस घटना पर आमने-सामने कांटे का टक्कर दे रहे भाजपा और तृणमूल एक दूसरे पर आरोप और प्रत्यारोप लगाने में जुटे है । पीड़ित को मदद का आश्वासन देना एक बात है और मदद देना अलग। एक तरफ आचार संहिता का उलंघन है तो दूसरी ओर पीड़ित का दर्द ।