बीरभूम में अनुब्रता मंडल के अनुगामी तथा तृणमूल के ब्लॉक अध्यक्ष दीपक घोष पर कल रविवार को अपराधियों ने गोली मार दी थी. दीपक घोष को दुर्गापुर के मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आज सुबह दीपक घोष की मौत हो गई. मौत की घटना सुनने के बाद आज सुबह फिर दुबराजपुर के विधायक नरेश चंद्र बाउरी, पांडेश्वर के तृणमूल नेता नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती, दुर्गापुर के मेयर दिलीप अगस्ती तथा परिवार के लोग भी अस्पताल पहुँच गए.
मिशन अस्पताल से शव को निकाल कर उसे बिधाननगर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. घटना को लेकर बीरभूम इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है. दुर्गापुर के नेताओं में भी घटना को लेकर काफी आक्रोश है. विधायक ने बताया कि दीपक घोष इलाके में अच्छा नेता के नाम से जाने जाते थे. विधायक से पूछा गया कि इस घटना में तृणमूल का आपसी मतभेद का संघर्ष तो कहीं नहीं है, उन्होंने बताया कि हमारे यहाँ तृणमूल का कोई गुटबाजी नहीं है, सभी नेता इलाके के युवा कर्मी और पार्षद प्रधान सभी अनुब्रत मंडल के कहने पर ही काम करते हैं.
इसमें विरोधी दल के लोग शामिल हैं. जो इलाके का माहौल ख़राब करना चाहते हैं. 2019 के चुनाव के पहले यह घटना अंजाम दिया गया है, ताकि यहाँ के लोग तृणमूल छोड़कर भाजपा में चले जाएं. मगर बीरभूम की जनता ममता बनर्जी को चाहती है. घटना की जाँच पड़ताल करने के लिए पुलिस को कहा गया है. पुलिस घटना की जाँच कर रही है, बहुत जल्द ही आरोपी पकड़े जाएँगे.