धनबाद। निरसा प्रखंड के अंतरगत पांडरा पंचायत के कई टोला में महामारी का रूप ले चुका डायरिया कहर ढा रहा है डाइरिया से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि अभी भी काफी लोग इससे ग्रसित होकर बीमार पड़े हैं। जिससे स्वास्थ्य विभाग भी सकते में है। निरसा स्वास्थ्य केंद्र के अलावे जिले से स्वास्थ्य विभाग के विशेष टीमें भेजी गई है, जो स्थानीय लोगों की जाँच कर रही है।
शनिवार की सुबह एक ही परिवार के दो बच्चे कृष्णा और पूनम जिनकी उम्र क्रमशः 15 और 17 वर्ष है, को डायरिया हो गया। आज इनरो निरसा स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। पड़ोस में रहने वाली एक और लड़की लक्ष्मी राय भी डायरिया से ग्रसित होकर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती हुई। जिसमें कई की हालत काफी नाजुक बताई जा रही है। कई लोग पहले से भर्ती है। निरसा के पोलकेरा और पांड्रा बगती टोला में डायरिया का काफी प्रकोप है। जिससे वहाँ के लोग डरे सहमें हुए हैं।
धनबाद सिविल सर्जन श्यामकिशोर कांत ने बताया कि अभी तक डायरिया से 4 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि डेढ़ दर्जन लोग बीमार हैं। सभी का इलाज चल रहा है। कुछ का निरसा स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है। जबकि गंभीर लोगों को धनबाद एसएनएमएमसीएच लाया गया है। इतने बड़े पैमाने पर डायरिया का प्रकोप होने का कारण फूड प्वाइजनिंग बताया गया है। गाँव में डॉक्टर कैंप कर रहे हैं। डॉक्टर की विशेष टीम की निगरानी में सभी मरीजों का इलाज चल रहा है। अगर डायरिया का प्रकोप और बढ़ता है तो बाहर से भी टीमें बुलाकर गाँव भेजी जाएगी।
वैसे बता दें कि जिस बस्ती में डायरिया बीमारी, महामारी का रूप ले चुकी है वहाँ गंदगी का अंबार है। इसे लेकर चिरकुंडा नगर पालिका पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं, ये लोग साफ सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति का कार्य करने का काम करते हैं।