आसनसोल -रिश्ते किसी धर्म या जाती के मोहताज नहीं होते है, बस इंसानियत का जज्बा होना चाहिए और जब बात भाई-बहन के रिश्ते की आती है तो इसके समक्ष हर रिश्ता फीका पड़ जाता है. अपार प्रेम और विश्वास भरे इस रिश्ते को पूरी दुनियाँ सम्मान देती है और हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई, आमिर-गरीब, उंच-नीच जैसी दुनियाँ के बनाए ढकोचले से परे है. आज जहाँ पूरे देश में जाती-धर्म के मुद्दे पर बहस चल रही है, एक धर्म के लोगों को दूसरे धर्मं के लोगों के प्रति नफरत फैलाने का प्रयास हो रहा है,
इस रक्षा बंधन के पवित्र त्यौहार ने मजहबी दरार पैदा करने वाले तमाम लोगों को सभी धर्म के लोगों ने रक्षा बंधन का पालन करके आइना दिखा दिया. नियामतपुर के जिबरान इलाही, मोह्तसिन बिल्ला और मोoतंजेब ने अपनी बहन जिक्रा इलाही से राखी बंधवाई और रक्षा का संकल्प लिया. इसके साथ ही भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का मधुर त्यौहार रक्षाबंधन परंपरागत तरीके से हर्षोउल्लास के साथ पूरे जिले में मनाया गया. इस अवसर पर बहनों ने भाइयों की कलाई में रेशम का धागा बांध कर अपना प्यार लुटाया साथ ही बहनों ने भाइयों के कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर रक्षा का संकल्प दिलाया.
भाईयो ने इसके बदले पुरी जिन्दगी बहन की हिफाजत का वचन देने के साथ ही महंगे उपहार भेंट किये. भाई-बहन के इस अटूट प्यार का त्यौहार सोशल मिडिया पर भी छाया रहा. व्हाट्सएप ग्रुप पर बधाई के दौर एक दिन पहले से ही शुरू हो गए थे. फेसबुक व व्हाट्सएप पर लोग बहनों के कलाई पर राखी बंधवाने की तस्वीर जमकर शेयर किये. काफी लोग सोशल साइट्स पर पर्व की खुशियों में सराबोर दिखे, देर शाम तक बधाइयों का सिलसिला चलता रहा.