धनबाद: शांतिपूर्ण,निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सम्पन्न कराने के लिए जिले के सभी 260 सेक्टर पदाधिकारियों को गुरुवार को ईवीएम का प्रशिक्षण दिया गया।
पदाधिकारियों से बूथों का निरीक्षण करने को कहा गया
डीसी ने सेक्टर पदाधिकारियों से कहा कि वे सभी बूथों का निरीक्षण कर ले। निरीक्षण के दौरान यदि कोई कमी मिले तो उसे चिन्हित करें, जिससे उस कमी को मतदान से पहले दूर कर लिया जाए। सेक्टर पदाधिकारी चेक लिस्ट में दिए गए दसों बिंदुओं का गहराई से अध्ययन कर ले। चेक लिस्ट के निर्देशानुसार चुनाव से पूर्व तथा चुनाव के दिन दिए गए दायित्व का गंभीरता से पालन करें। साथ ही सुनिश्चित करें कि सुरक्षा बल अपनी जगह पर तैनात है। साथ ही दंडाधिकारी तथा संबंधित थाना क्षेत्र के अधिकारी के साथ समन्वय स्थापित करें।
प्रशिक्षण के दौरान सेक्टर पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे चेक लिस्ट में दिए गए निर्देशों का मतदान संपन्न होने तक अनुपालन करें।साथ ही सुनिश्चित करें कि बूथों पर एश्योर्ड मिनिमम बेसिक फैसिलिटी, जिसमें पेयजल, पर्याप्त रौशनी इत्यदि की व्यवस्था हो। हर बूथ के बीएलओ का नंबर भी वे अपने पास रखें।इस दौरान कुमार बंधन, दिलीप कुमार कर्ण, आलोक कुमार तिवारी तथा राजकुमार वर्मा ने सेक्टर पदाधिकारियों को बैलट यूनिट, वीवीपैट तथा कंट्रोल यूनिट का प्रशिक्षण दिया।
उपायुक्त के द्वारा पदाधिकारियों को मुख्य रूप से ये निर्देश दिए गए-
बैलट यूनिट, वीवीपैट तथा कंट्रोल यूनिट को एक सीरीज में ही कनेक्ट करना है।
सबसे पहले बैलेट यूनिट, उसके बाद वीवीपैट तथा अंतिम में कंट्रोल यूनिट रहेगा।
प्रशिक्षण के दौरान सेक्टर पदाधिकारियों को बताया गया कि तीनों मशीन को कनेक्ट करते समय धीरज से काम करना है।
सबसे पहले कंट्रोल यूनिट को ऑन करना है। इसके बाद वीवीपैट से 7 पर्ची निकलेंगी। उस पर पास लिखा हुआ होगा। ये पर्ची वीवीपैट के बॉक्स में गिरेगी। मॉक पोल के समय इन पर्चियों के अलावा मॉक पोल की अन्य पर्चियों को एक काले लिफाफे में सीलबंद करके रखना है।
सेक्टर पदाधिकारियों को बताया गया कि मतदान संपन्न होने पर क्लोज बटन को अवश्य दबाना है। इसकी जानकारी प्रीसाइडिंग पदाधिकारी को भी देनी है। ऐसा नहीं करने पर मतगणना के समय परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।