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धनबाद की ताज़ा खबरे

महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ सड़को पर छात्राए

मातृत्व मृत्यु दर को कम करने के लिए दिए महत्त्वपूर्ण टिप्स

धनबाद। गर्भावस्था में परिवार के सदस्यों को महिलाओं की देखभाल करनी चाहिए। इसके लिए गर्भवती महिला को पौष्टिक भोजन, नियमित चेकअप, कुछ घंटों के अंतराल में हल्का खाना, फल इत्यदि लेना चाहिए। गर्भावस्था वह समय है जब स्त्री के अंदर एक जीवन पल रहा होता है। सभी महिलाओं को गर्भावस्था का सकारात्मक अनुभव होना चाहिए। यह कहना है शहर की जानीमानी स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. रिता हाजरा का। पत्रकार वार्ता का आयोजन कर डॉ. रिता हाजरा ने कहा कि हमरा ध्येय मातृत्व मृत्यु दर को घटना है। उन्होंने कहा कि गर्भावस्था से लगभग 830 महिलाएँ प्रति दिन दुनिया में मरती है। 2015 में गर्भावस्था और प्रसव के दौरान विश्व में 3 लाख तीन हजार महिलाओं की मृत्यु हुई है। गर्भावस्था और प्रसव के दौरान नियमित पूर्व प्रारंभिक जाँच पड़ताल कई महिलाओं की मौत को रोक सकता है।डॉ. रिता ने कहा कि गर्भवती माँ मुश्किल समय का सामना करती है। इस दौरान उनके शरीर में कई तरह के बदलाव महसूस किये जा सकते हैं। इसलिए प्रेगनेंसी कंफर्म होते ही सबसे पहले किसी अच्छे स्त्रीरोग विशेषज्ञ के पास जाकर उचित परामर्श लेना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान हिमोग्लोबिन, कैल्शियम, बल्डशुगर, यूरीन तथा एचआईवी टेस्ट हर तीन माह पर अवश्य कराना चाहिए। हिमोग्लोबिन को 11-12 रखने के लिए प्रचूर मात्रा में आयरनयुक्त भोजन एवं फल का सेवन करें।गर्भावस्था के दौरान अपनी बीमारी को डॉक्टर से नहीं छुपाना चाहिए। ऐसा करने से बच्चे पर इसका बुरा प्रभाव होने की आशंका होती है। इसलिए प्रेग्नेंसी में मिर्गी, हाइपोथरॉइड और थैलसीमिया कि जाँच कराये। साथ ही गर्भावस्था में भारी वजन उठाने, ज्यादा डांस करने, ऊंची हील पहनने, रस्सी कूदने, लंबी यात्रा से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं को गर्भ धारण करने के लिए 22 से 26 वर्ष की उम्र सबसे सुरक्षित और उपयुक्त होती है।

सात साल की बच्ची के साथ ज्यादती का प्रयास

धनबाद।वासेपुर बाईपास रोड में ओवरब्रिज के पास एक युवक ने दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली सात साल की नाबालिग बच्ची के साथ ज्यादती का प्रयास किया। इसी दौरान बच्ची द्वारा चीखने-चिल्लाने पर उसकी मां पहुँची तो युवक भागने लगा, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे पकड़कर भूली पुलिस के हवाले कर दिया। पीड़िता की मां ने बताया कि सोमवार की रात करीब आठ बजे मैं पानी लाने के लिए बगल के चापाकल के पास गई थी। इसी दौरान मेरी बेटी के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। बच्ची की आवाज सुनकर मैं अपने कमरे का दरवाजा खोलकर अंदर घुसी तो देखी कि शारिख कुरैशी जो मिल्लत कॉलोनी कसाई मुहल्ला का रहने वाला है, मेरी बेटी के पास बैठा हुआ है। मुझे देखते ही वह हड़बड़ा कर भागने लगा। मैं चिल्लाते हुए उसे पकड़ भी ली थी, लेकिन वह मेरा हाथ झटककर भाग निकला। घटना की सूचना मिलते ही भूली थानेदार प्रवीण कुमार सदलबल पहुँचे तथा आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया। आरोपी ऑटो चलाता है तथा नशे का आदि है। इस संबंध में भूली थानेदार प्रवीण कुमार ने बताया कि बच्ची के मां के फर्दबयान पर युवक के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है।

विद्यालय विलय के विरोध में धरना प्रदर्शन

तोपचांची-तोपचांची प्रखंड अंतर्गत मंगलवार को विनोद विचार मंच की ओर से धरना एवं प्रदर्शन का आयोजन किया गया. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य तोपचांची प्रखंड में शिक्षा विभाग के द्वारा विद्यालय विलय के विरोध किया गया. इस कार्यक्रम को चितरपुर पंचायत के मानटाड के विनोद बाबू के मूर्ति पर माल्यार्पण कर इसकी शुरूआत की गई. इस कार्यक्रम को विनोद विचार मंच के बैनर तले मानटाड से तोपचांची प्रखंड प्रसार पदाधिकारी के कार्यालय पर पहुँचकर सभा में तब्दील हो गई. इस जुलूस का नेतृत्व जिला परिषद सदस्य सीता देवी,विनोद विचार मंच के जिला अध्यक्ष गीता देवी,आजसू किसान मोर्चा के जिला सचिव सदानंद महतो तथा पूर्व जिला परिषद सदस्य सहदेव सिंह ने संयुक्त रूप से किया .इस कार्यक्रम को संबोधन आजसू पार्टी किसान मोर्चा के जिला सचिव श्री सदानंद महतो ने कहा कि झारखंड में आदिवासी,हरिजन, अत्यंत पिछड़ी जाति, तथा अन्य जाति के लोगों को सरकार पढ़ाना नहीं चाहती है.इसलिए स्कूल विलय के बहाने स्कूल को बंद किया जा रहा है.झारखंड सरकार राइट टू एजुकेशन एक्ट का उल्लंघन कर रही है. श्री सहदेव सिंह ने कहा कि एक तरफ समान शिक्षा की बात करती है सरकार संबोधन में गीता देवी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एक दिखावा है. जिला परिषद सदस्य सीता देवी ने कहा कि विनोद बाबू का पढ़ो और लडो का नारा को सरकार धूमिल कर रही है. इसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इस अवसर पर धीरेनदर राम,महेशवर प्रसाद महतो, तुलसी महतो, सियाराम सिन्हा,प्रमोद महतो,संजय महतो, विनोद महतो, रीता देवी, संगीता देवी, कौशल्या देवी, पूर्णिमा देवी,बसंती देवी,कैलाश महतो,अनिल महतो,मोहम्मद गुलाम रब्बानी आदि लोग उपस्थित थे.

घायल गर्भवती महिला कि सास ने एसएसपी को सौंपा ज्ञापन,पड़ोसी पर लगाया छेड़खानी और जान से मारने का आरोप

धनबाद। वासेपुर के अल इस्लाह स्कूल के बगल में पिछले दिनों हुए गर्भवती महिला के साथ मारपीट को लेकर उसकी सास रूबी वानो ने सोमवार को एसएसपी को ज्ञापन सौंपकर पति और बेटे की रिहाई कि मांग की है। अपने ज्ञापन में रूबी बानो ने बताया है कि मोहल्ले के ही तौसीफ और उसके दो साथियों ने उसकी बहू सिम्मी खातून के साथ मारपीट और छेड़खानी किया और जान मारने की नीयत से रेलवे लाइन के ऊपरी हिस्से से नीचे फेंक दिया। बैंक मोड़ थाना जाने पर भी उसके शिकायत नहीं सुनी गई और शाम को उसके पति रिजवान सिद्दीक और पुत्र सुल्तान सिद्दीक को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस द्वारा दोनों की पिटाई भी की गई। रूबी ने आरोप लगाया कि बैंक मोड़ थाना के एसआई ने पति और बेटे को छोड़ने के एवज में 20 हज़ार रुपये कि मांग भी की। मारपीट मामले और पुलिस के द्वारा गलत कार्यवाही के विरोध में स्थानीय लोगों ने सोमवार की रात बैंक मोड़-भूली मुख्य मार्ग को घंटों जाम कर दिया और आरोपी को गिरफ़्तारी की मांग की।

उपायुक्त से पूछा कितने सरकारी कर्मचारी के बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं

धनबाद। वर्ष-2017 में अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल के बाद डीसी के द्वारा निजी स्कूलों द्वारा बढ़ाये गए शुल्क की जाँच के लिए बनाई गई कमेटी को बिना भंग किए उपायुक्त के द्वारा आरईओ की अध्यक्षता में बनाए गए तीन सदस्यीय जाँच कमेटी का विरोध करते हुए झारखंड अस्मिता जागृति मंच के सदस्यों ने रणधीर वर्मा चौक पर एक दिवसीय धरना दिया और उपायुक्त के सामने 5 सवाल रखें। धरना के माध्यम से मंच के सदस्यों ने उपायुक्त से सवाल पूछा कि जब 29 अप्रैल 2017 को आपके ही आदेश पर तत्कालीन एसडीएम राकेश कुमार के नेतृत्व में 11 सदस्यीय जाँच कमेटी बनाई गई थी तो किसके दबाव पर उसे भंग किए बिना नई कमेटी का गठन किया गया. बगैर इनकम टैक्स चुकाए अभिभावको से फीस के नाम पर करोड़ों रुपए लिया जा रहा है सरकार इस वित्तीय हानि को रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है. फीस बढ़ोत्तरी की शिकायत के बावजूद अपने 2 वर्षों के कार्यकाल में कितने सरकारी स्कूलों का निरीक्षण किया,जिले के सरकारी दफ्तरों के कितने कर्मचारियों के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं और डीएवी पब्लिक स्कूल मुगमा के खिलाफ आपके आदेश के बाद भी डीईओ ने क्या कार्यवाही कि जैसे पाँच सवाल उठाये। धरना को कांग्रेस के नगर अध्यक्ष वैभव सिन्हा के साथ मोइन रजा, नितुल रावल, संजय रवानी, शंकर तिवारी, राजकुमार यादव, संजय पंडित, संतोष कुमार यादव,अरुण कुमार राठौर, अरुण महतो, संतोष कुमार सिंह, शरद कुमार, अतुल झा, प्रवीण झा, जितेंद्र कुमार, कौशल गुप्ता, जीतू साहू, विनोद साहनी, विमलेश कुमार, बंसल तिवारी,बेला देवी, पिंकी देवी, उषा देवी, सीमा देवी के अलावा सैकड़ों अभिभावक मौजूद थे।

डकैतों ने बंधक बनाकर ले गया चार लाख से अधिक की संपत्ति

मैथन-मैथन के मेरहा गाँव निवासी विजय कुमार बैंक ऑफ़ बड़ोदा के सहायक मेनेजर के यहाँ कल रात करीब २ से ३ के बीच चोरों ने ग्रिल एवं दरवाजा तोड़कर तथा घर के तिन लोगों को बंधकर बनाकर एवं पानी में नसा का दवा मिलाकर उन्हें पिला दिया. उसके बाद आराम से लगभग तिन से चार लाख रु कीमत के गहने एवं नगदी बटोर कर ले भाग.मामले की सूचना मैथन थाने में दी गयी है.पुलिस जाँच कर आगे की कार्यवाही कर रही है.

बैंकों में पैसे नहीं रहने से शहर के अधिकांस एटीएम खाली लोगों में मचा हाहाकार

धनबाद-बैंकों में कैश खत्म होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है.एटीएम के बाहर लंबी कतारें नोट बंदी के उस मंजर की याद को ताजा कर रहा है.जिसमें लोगों ने लगातार दो दो दिनों तक लाइन में खड़े रहकर पैसे की निकासी की थी. लोगों के समक्ष परेशानी फिर से लौट आई है. एसबीआई बैंकों के ग्राहक ज्यादा परेशानी में है.चूँकि बैंक में कैश की किल्लत है. करेंसी नहीं रहने की वजह से एटीएम में पैसे नहीं डाले जा रहे है. एसबीआई का एक मात्र सीडीएम से ही पैसे की निकासी हो पा रही है वह भी इसलिए कि सीडीएम व डिपॉजिटर मशीन है जिसमें पैसे जमा होने के साथ-साथ पैसे की निकासी भी होती है.घण्टो लाइन में लगने वाले ग्राहकों में इस बात का भी डर रहता है कि उनका नंबर आते आते एटीएम से पैसे ख़त्म तो नहीं होंगे. शहर के एसबीआई के ज्यादातर एटीएम खाली हो चुके है.हीरापुर एसबीआई बैंक के एटीएम में मंगलवार को ग्राहकों की लंबी कतारें लगी. पुटकी के रहने वाले राम जगत तांती ने बताया कि पुटकी क्षेत्र के दर्जन भर से ज्यादा एटीएम खंगाल डाले पर सभी एटीएम खाली मिले,बैंक में कैश नहीं है. लोग अपना ही पैसा निकालने में जदोजहद करने के लिए विवश है. बच्चों की पढ़ाई, राशन अन्य दूसरे कार्य पैसे के आभाव में रुक गया है.सरकार कैशलेस की बात कर रही है जब बैंक से ही कैश लैस हो जायेगा तो कैश कहा रहेगा, नोटबंदी के बाद से आज तक लोग परेशानी उठा रहे है.इसकी जवाबदेही सरकार की है. वित्तीय मंत्रालय की है. सरकार तो जैसे बस नौकरी करो और लाइन में खड़े हो जाने के लिए लोगों को बाध्य कर रही है.एटीएम तथा बैंकों में बड़े नोटों की किल्लत का एक बड़ा कारण यह भी है कि लोग नोट दबाकर बैठ गए है. बाजार में नोट का रोटेशन ही जैसे बंद हो गया है.हीरापुर निवासी पिके सिंह पिछले दो दिनों से एटीएम की खाक छान रहे है. आज भी एटीएम के बाहर घण्टो लाइन में खड़े रहे, उन्होंने केश की किल्लत की वजह आगामी चुनाव बताया,उनके अनुसार बड़े नोटों पर नेतागण कब्जा जमाकर बैठ गए है, नोट बैंकों तक पहुँच नहीं पा रहा, उन्होंने कहा इस स्थिति से तो यही लग रहा है कि अब बैंक भी कैशलेस बन चुका है.लाइन में खड़े रितेश कुमार ने कहा कि एटीएम में पैसे नहीं है अगर कही पैसा है तो लंबी कतारें है. साथ में कैश खत्म होने का डर भी रहता है. इस डर से लोग ज्यादा से ज्यादा पैसे निकाल लेना चाहते है इसलिए कैश की किल्लत और भी ज्यादा हो रही है.आरबीआई से किसी तरह का सकारात्मक जवाब नहीं आने से बैंक प्रबंधन भी असमंजस में है, हीरापुर एसबीआई ब्रांच के उप प्रबंधक सौरभ सिंह ने साफ शब्दों में कह दिया है कि बैंक में कैश की भारी किल्लत है.अभी वर्तमान में किसी भी एटीएम में पैसा डालने की स्थिति में हम नहीं है. इसका एक बड़ा वजह उन्होंने बताया कि कैश का जो रिक्वारमेन्ट आरबीआई को भेजा गया है उस तुलना में बैंकों को करेंसी उपलब्ध नहीं हो रही है.बड़े नोट बैंक में नहीं पहुँच रहे है. बैंक में 20 और 50 के नोट ही उपलब्ध है जबकि एटीएम में 2000, 500, 200 तथा 100 के नोट ही डाले जा सकते है.कैश की किल्लत के कारण स्थिति भयावह होती जा रही है सारे कार्य छोड़कर लोगों को बैंकों और एटीएम का चक्कर लगाना पड़ रहा है. घण्टो लाइन में लगने के बाद भी पैसा लोगों के हाथ नहीं आ रहा.इधर बैंक प्रबंधन इस परेशानी के लिए आरबीआई को जवाबदेह ठहरा रही है.

दुष्कर्म के विरोध में छात्रों ने निकाली रैली

धनबाद। कठुआ, उन्नाव के बाद जिले में घट रही दुष्कर्म की घटना से उद्देलित एसएसएलएनटी की छात्राओं ने मंगलवार को विरोध मार्च निकाला। विरोध मार्च कॉलेज से शुरू हुआ। रणधीर वर्मा चौक पहुँचकर छात्राओं ने बलात्कारी को फाँसी दो के नारे लगाये। छात्राओं ने बताया कि दुष्कर्मी चाहे कोई भी हो छात्राओं, महिलाओं के साथ घिनोनी हरकत करने वालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। आये दिन समाज में बलात्कार का घटनाएं हो रही है। निर्भया कि अस्मत लूटी जा रही है। महिलाएँ खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। एक आठ साल की बच्ची जिसे रेप जैसे शब्द का मतलब भी पता नहीं उसे ओछी मानसिकता रखने वाले लोग दुष्कर्म कर अपने हवस का शिकार बना रहे है। अपने शहर धनबाद में भी ऐसी घटनाएं घट रही है। छात्राएं दहशत में जी रही है। बलात्कारियों को सीधे फाँसी की सजा मिलनी चाहिए।

बेरोजगार युवकों को नियोजन नहीं मिलने से जलेश्वर महतो ने डीसी को सौंपा ज्ञापन

धनबाद। बाघमारा थाना क्षेत्र के बीसीसीएल एवं एचईसी कंपनी द्वारा निर्माणाधीन न्यू मधुबन कोलवाशरी में स्थानीय बेरोजगारों को नियोजन नहीं मिलने के कारण ब्लॉक क्षेत्र के युवकों ने संयुक्त मोर्चा के बैनर तले पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो के नेतृत्व में उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद गांधी सेवा सदन में आयोजित प्रेस वार्ता में श्री महतो ने आरोप लगाया कि बाघमारा विधायक समर्थित टाइगर फ़ोर्स द्वारा स्थानीय युवकों को नियोजन से वंचित किया जा रहा है।संयुक्त मोर्चा के सदस्यों ने उपायुक्त को सौंपे ज्ञापन में आरोप लगाया है कि न्यू मधुबन कोलवाशरी जल्दी ही शुरू होने वाली है जिसमें 500 से अधिक स्थानीय बेरोजगारों के लिए रोजगार सृजन हुआ है लेकिन बाघमारा विधायक स्थानीय बेरोजगारों को नियोजन से वंचित करना चाहते हैं। आरोप लगाया कि ब्लॉक दो क्षेत्र की संयुक्त मोर्चा प्रजातांत्रिक तरीके से एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के माध्यम से स्थानीय युवकों को रोजगार दिलाना चाहती है। जबकि टाइगर फोर्स आंदोलन को हिंसात्मक रूप देने की कोशिश कर रही है।संयुक्त मोर्चा के सदस्यों ने बताया कि इसके पूर्व भी 23 फरवरी और 22 जनवरी को उन्होंने संबंध में उपायुक्त कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है। संयुक्त मोर्चा ने आग्रह किया कि टाइगर फोर्स पर अंकुश लगा कर स्थानीय लोगों को कोलवाशरी में नियोजन दिलाने की पहल करें। इस अवसर पर रेणुका देवी, शुभाष राय, इंदल कुमार, संतोष, राहुल महतो, राठौर सिंह, देवानंद राजभर के साथ दर्जनों उपस्थित थे।

Last updated: अप्रैल 17th, 2018 by News Desk