
धनबाद,वर्ष 1975 की यह तारीख जब यहां की सेल चासनाला कोयला खदान में एक साथ 375 मजदूरों की जिंदगियां जलसमाधी के रूप में सदा के लिए दफन हो गयी थीं.
आज 27 दिसंबर है और इस तारीख ने धनबाद कोयलांचल को ऐसा जख्म दिया है, जिसकी टीस यहां के बाशिंदे आज भी महसूस करते हैँ आज हादसे की 47वीं बरसी पर सेल चासनाला कोयला खदान के प्रवेश द्वार के पास मृतकों की याद में स्थापित स्मारक पर जुटे सैकड़ों लोगों ने फूल चढ़ाए.और भावभीनी रूप से श्रदांजलि दिए,एशिया का अब तक का यह सबसे भयावह खान हादसा’ स्थानीय बताते हैं कि चासनाला खान हादसा देश ही नहीं एशिया का अब तक का सबसे भयावह खान हादसा है.आज का यह दिन सभी धनबाद वासियों के लिए किसी भयावह दिन से कम भी नहीं हैँ और आज का यह दिन उन खान श्रमिकों के परिजनों के लिए भी जब उनके किसी अपने ने अपना बलिदान देकर भी कोयला खदान में अपना सबकुछ न्योछावर कर दिया था वहीँ इस मौके पर बी सी सी एल के कई अधिकारीयों ने नम आँखों से इन खान हादसों में मृत श्रमिकों की याद में श्रद्धा सुमन अर्पित किए

