
जमींदोज होने से एक दर्जन लोगों का जान बाल – बाल बचा घर में रखे बर्तन सोने के गहने ,तीन बकरी, एक साइकिल जमीन के अंदर समाया,लगभग 40 घरों की बस्ती में रहते हैं लगभग 500 के आसपास लोग सभी लोग डर से सामान निकालकर अपने-अपने घरों को खाली कर रोड पर पहुंचे ना जिला प्रशासन ना बीसीसीएल प्रबंधन कोई नहीं सुध लेने वाला अभी तक आया हैँ जबकि बीसीसीएल ने पूर्व में ही भू – धसान अग्नि प्रभावित क्षेत्र घोषित कर रखा है वही इस क्षेत्र में आउटसोर्सिंग कंपनी परियोजना का विस्तार भी किया जा रहा है लेकिन कुछ अड़चनों के कारण कंपनी विस्तार करने में विफल साबित हुई हैँ प्राप्त जानकारी के अनुसार लकड़का 9 नंबर में भू – धसान की घटना घटीत हुई है। इसे पूर्व में भी कई बार गैस रिसाव और भू – धसान हो चूका था तत्पश्चात लोग रहने को मजबूर अपने घरों में ही रहने को आतुर हैँ वहीँ पीड़ित राजेश कुमार भारती ने बताया कि सुबह जब हम बाथरूम जाने के बाद घर मे झाडू पोछा लगा रहे थे, तब पाया कि बाथरूम की जमीन और घर की जमीन पूरा गर्म हैं। भू धंसान की आशंका हुई तो पूरा समान निकालने लगे और सभी परिवार के लोग बाहर निकल गए, जिसके बाद भू धंसान हो गया, जो लगभग 10 से 20 फीट गहरा गोफ हो गया है। स्थानीय ग्रामीण राजेश साव ने बीसीसीएल प्रबंधक से मांग किया है कि हम लोग पुनर्वास चाहते हैं और बी सी सी एल हम लोगों को सुरक्षित स्थान पर जगह दे. इस घटना के बाद से लकड़का 9 नंबर के ग्रामीणों में भय का माहौल है. ग्रामीणों की माने तो एक बड़ी घटना होने से टल गई हैं अन्यथा कोई बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता था किन्तु बी सी सी एल प्रबंधक कुम्भकरनी मुद्रा में अभी तक सोया हैँ कोई खोज खबर लेने वाला नहीं हैँ कि हमलोग मर रहे हैँ या जी रहे हैँ,

