जबकि अपने संबोधन में राजकुमार अग्रवाल ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि निज सुख को तिलांजलि देते हुए उन्होंने देश की एकता अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।तात्कालिक व्यवस्था के खिलाफ जम्मू कश्मीर में प्रवेश किया और वहां उनकी गिरफ्तारी की गई।जेल में एक साजिश के तहत उनकी हत्या कर दी गई।आज जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है जबकि जम्मू कश्मीर से धारा 370 समाप्त कर दिया गया।
शैलेश सिंह चंद्रवंशी ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने संघर्ष के रास्ते को अपनाकर धारा 370 का विरोध करते हुए अपना जीवन तक बलिदान कर दिया वैसे महापुरुष के पुण्यतिथि के अवसर पर हम सबको संकल्प लेना चाहिए कि आने वाले समय में हम भारत माता की जय के लिए निज स्वार्थ से ऊपर उठकर देश हित में जो भी जरूरी होगा उसे करने के लिए तत्पर रहेंगे।
कार्यक्रम में सुमन अग्रवाल विश्वनाथ साव,मयूरी त्रिवेदी, उमा भट्टाचार्य, अजय वर्मा, जयंत अग्रवाल आदि अनेक लोगों का उपस्थित थे।
संवाददाता, सूरज सिंह की रिपोर्ट