लोयाबाद। बाबा की करामात ही है कि इतनी ठंड के बावजूद काफी संख्या में जायरीन बाबा के दरबार पर हाजरी लगाने आये। बुधवार की शाम को जामा मस्जिद के इमाम अलहाज जनाब गुलाम रसूल साहब ने कौमी एकता के प्रतीक हजरत सैयद अब्दुल अजीज शाह बाबा के उर्स के आखिरी रोज कुलशरीफ के मौके पर कही। कुल शरीफ के साथ ही पाँच दिवसीय बाबा का 83 वाँ सालाना उर्स का समापन हो गया। मौलाना अबुल कलाम खान रिजवी ने कहा कि वे करीब 25 -30 सालों से बाबा के दरबार पर लगातार आ रहे हैं। बाबा के दरबार में सकूँन मिलती है।अलजामेअतुल कादरिया अजीजुल उलुम के मोहतमिम मौलाना मुबारक हुसैन मुबारक नईमी ने बाबा की शान में ये मनकबत “एसा रंगे हैं इनके गुलामी की रंग में। कादरी की रंग में अजीजी की रंग में। ये रंग अब किसी से छोड़ाया न जाएगा। मौलाना इरफानुल कादरी हाफिज शरफुद्दीन मौलाना मुख्तार हफिज कलीम साहब आदि उल्लेमाओं बाबा की शान तकरीरें की ओर नात पढी।
सभी सम्प्रदाय का शुक्रिया,कमिटी
कमिटी के अध्यक्ष मो० इम्तियाज अहमद महामंत्री मो० असलम मंसूरी ने शांतिपूर्ण ढंग से उर्स मेला के समापन पर स्थानीय प्रशासन सहित सभी संप्रदाय के लोगों को बधाई दी। उर्स मेला को संपन्न कराने में गुलाम जिलानी शाहरुख खान जय प्रकाश पांडे बाँसजोड़ा यज्ञ समिति के सचिव राजकुमार महतो, दुर्गापूजा समिति के सचिव बिरेन्द्र पासवान, नईमउद्दीन अयूबी, मो० जमालउद्दीन, गुलाम मुस्तफा शेख, मो० जमाल, मो० जहाँगीर , मो० मोईनउद्दीन, साहिन शम्स, इरफान खान, मो० आजाद सक्रिय योगदान दिया।