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पंचायत चुनाव टलने से प्रत्याशियों में मायूसी और गुस्सा

चौपारण प्रखंड के 26 पंचायतों में 3 जिला परिषद, 32 पंचायत समिति, 26 मुखिया और 324 वार्ड सदस्य का चुनाव टालने से प्रत्याशियों में मायूसी और सरकार के प्रति जनता में गुस्सा भी हैं सांसद प्रतिनिधि मुकुंद साव ने कहा कि सरकार द्वारा पंचायत चुनाव नहीं करवाना सरकार की विफलता हैं। सरकार को शीघ्र ही पंचायत चुनाव करवाना चाहिए, सांसद प्रतिनिधि ने कहा कि चौपारण में 126435 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर गाँव की सरकार को चुनेंगे। इसे लेकर सभी प्रखंड के सभी पदों के लिए आरक्षण सूची भी जारी कर दिया गया है।

आरक्षण सूची जारी होने के बाद कई प्रत्याशियों ने विभिन्न पदों के लिए दावेदारी भी पेश करते हुए अपने पक्ष में मतदान की प्रचार प्रसार भी शुरू कर दिया था। उम्मीद था कि सरकार द्वारा छठ पूजा के बाद कैबिनेट की बैठक में पंचायत चुनाव 2021 करवाने को लेकर हेमंत सरकार एक बड़ा निर्णय ले सकते हैं, परंतु कैबिनेट कि बैठक में पंचायत चुनाव को लेकर कोई निर्णय नहीं होने से प्रत्याशी में निराशा और गुस्सा सरकार के प्रति देखा गया हैं, जिस गति से प्रत्याशी क्षेत्र में भ्रमण कर रहे थे, उसमें थोड़ी शिथिलता देखने को मिल रही है। अब सबकी निगाहें 15 नवंबर राज्य की स्थापना दिवस पर हैं।

मुख्यमंत्री की घोषणा का इंतजार है। वहीं दूसरी तरफ यह भी कयास लगाया जा रहा है कि 2 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आपके अधिकार, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के कारण सभी अधिकारियों को इस कार्यक्रम में संलिप्त होने के कारण पंचायत चुनाव अगले कुछ दिनों तक पुनः टल सकता है।

Last updated: नवम्बर 14th, 2021 by Aksar Ansari