कोविड जाँच, टीकाकरण अभियान, ओपीडी एवं अन्य सेवाओं से संबंधित किये जा रहे कार्यों की समीक्षा हेतु उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने शनिवार को सदर अस्पताल एवं एसएनएमएमसीएच अस्पताल का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने ओपीडी में आने वाले मरीजों के कोविड जाँच की प्रगति का समीक्षा किया। साथ ही टीकाकरण हेतु आने वाले व्यक्तियों से संवाद किया।
इस दौरान एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक ने उपायुक्त को बताया कि शनिवार को ओपीडी में कुल 470 मरीजों ने इलाज हेतु पंजीकरण कराया था। जिसमें 370 मरीजों का सैंपल लिया गया है। उपायुक्त ने इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का भी कोविड जाँच हेतु सैंपल कलेक्शन करने का निर्देश दिया।
सदर अस्पताल में निरीक्षण के दौरान डीपीएम अनुपस्थित पाए गए। जिसकी जानकारी सिविल सर्जन को भी नहीं थी। उपायुक्त ने आपदा की इस घड़ी में लापरवाही बरतने के कारण तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक डीपीएम का वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त उमा शंकर सिंह, सिविल सर्जन डॉ० गोपाल दास, हेल्थ मैनेजर ताजुद्दीन अंसारी, डीएमएफटी के नितिन पाठक व अन्य लोग उपस्थित थे।
उपायुक्त ने वैक्सीनेशन सेंटर के पास लगे भाजपा किसान मोर्चा के हेल्प शिविर को हटाने निर्देश दिया
जिले के उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने शनिवार को सदर अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान वे वैक्सीनेशन सेंटर के पास लगे भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा द्वारा लगाए गए शिविर में पहुँचे और पार्टी के बैनर को हटाने साथ ही कुछ दूरी पर शिविर लगाने का निर्देश दिया।
उपायुक्त ने भाजपा के लोगों से कहा कि अगर इसी प्रकार सभी पार्टियाँ शिविर लगाकर बैठने लगीं तो फिर भीड़ इकट्ठा हो जाएगी और इससे कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्यक्रम में रुकावट की आशंका बढ़ जाएगी।