बाराबनी। बाराबनी थाना अंतर्गत (मोहनपुर कोलियरी) खैराबाद गाँव शिव मंदिर के समीप गुप्त सूचना के आधार पर अवैध कोयला जब्त करने गये सालानपुर इसीएल क्षेत्र के सुरक्षा प्रभारी दिलीप प्रसाद पर जानलेवा हमला किया गया, घटना में दिलीप प्रसाद गम्भीर रूप से घायल हो गये जिन्हें तत्काल ईसीएल कल्ला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है, सुरक्षा प्रभारी के सर में गम्भीर चोट लगी है और उन्हें छह टंका लगा है।
घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि रविवार की देर संध्या सालानपुर इसीएल क्षेत्र के सुरक्षा प्रभारी दिलीप प्रसाद गुप्त सूचना के आधार पर खैराबाद गाँव के शिव मंदिर के समीप भारी मात्रा में रखे अवैध कोयला को जब्त करने के उद्देश्य से पहुँचे थे, जहाँ से उन्होंने ने सीआईएसएफ एवं बाराबनी थाना को जानकारी दी, तब तक घात लगा कर बैठे अवैध कोयला माफियाओं ने दिलीप प्रसाद पर लाठी, डंडों से ताबड़तोड़ जानलेवा हमला कर दिया। दिलीप प्रसाद ने बताया कि पूरे घटना में बहुत वे बहुत मुश्किल से में जान बचा कर वहाँ से भागने में सफल रहे , हमलवारों का उद्देश्य मुझे जान से मारने का था। पूरे प्रकरण को लेकर बाराबनी थाना में शिकायत दर्ज कराई गयी है , हमलावरो में मुख्य बाटुल गोराई लीड कर रहा था, साथ ही 6 अज्ञात हमलावर शामिल थे, जिसके खिलाफ मैंने शिकायत दर्ज करवाई है ।
बाटुल गोराई ने मुझे पहले भी फोन पर धमकी दी थी जिसकी शिकायत भी हमने एडीसीपी(वेस्ट) को की थी। इधर पूरे प्रकरण में बाराबनी पुलिस और मोहनपुर सीआईएसएफ की भूमिका निराशाजनक है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगर सूचना मिलते ही फोर्स पहुँच जाती तो हमलावर को मौके से ही दबोचा जा सकता था, पूरे प्रकरण में क्षेत्र के लोग पुलिस और सीआईएसएफ को कोयला तस्करों से मिलीभगत का आरोप लगाया जा रहा है, अन्यथा बार-बार इसीएल सुरक्षा कर्मियों को ही कोयला माफियाओं द्वारा शिकार क्यों बनाया जाता है, उक्त घटना ऐसे ही कई अन्य सवालों को जन्म दे रही है, जो पुलिस और सीआईएसएफ को सवालों के घेरे में खड़ा करती है।