पांडेश्वर । ध्रुपपति नृत्य कला केंद्र नृत्य स्कूल में 5 दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ स्थानीय मारवाड़ी धर्मशाला में सोमवार से शुरु हुआ जिसमें ध्रुपपति नृत्य कला केंद्र के 60 छात्र छात्राओं ने हिस्सा ले रहे है जाने माने नृत्यंगना रुद्र प्रसाद राय के देखरेख में नृत्य का गुर सीखने वालो को संबोधित करते हुए रुद्र प्रसाद राय ने कहा कि नृत्य एक साधना का नाम है और हम नृत्य में तभी निपुण हो सकते जब हम नृत्य को अपना सबकुछ अर्पण कर दे नृत्य में इतनी ताकत है कि हम अपनी नृत्य के बदौलत किसी को अपना बस में कर सकते है नृत्य की साधना से हमलोगों को कई प्रकार से लाभ भी प्राप्त होता है शरीर जहा स्वस्थ्य रहता है वही शरीर के सभी अंग को मोड़ने में भी मदद मिलती है ।उन्होंने कहा कि नृत्य कला के बारे में भरतमुनि द्दारा रचित नाट्य शास्त्र में उल्लेख मिलता है नृत्य कला से मोहित होकर भस्मासुर भी बच नही सका नृत्य एक प्राचीन कला है और जो भी इसे मन से अपनाया वह सफल ही नही लोकप्रिय भी होता है । इस अवसर पर स्कूल की प्रचार्या हेमन्ती बसु निदेशक आशीष मिश्रा समेत अन्य उपस्तिथ थे यह कार्यशाला 30 जून तक चलेगा ।
ध्रुपपति नृत्य कला केंद्र में 60 छात्र-छात्राएं सीख रहे हैं नृत्य के गुर
Last updated: जून 26th, 2018 by