पुरुलिया -सांतुड़ी थाना के सांतुड़ी निवासी मिंटू चर ने अपनी पुत्री की शादी ठीक हो जाने के बाद वर पक्ष द्वारा निर्धारित दहेज की रकम से ज्यादा की मांग पर शादी तोड़े जाने से दुखी होकर आसनसोल कोर्ट के अधिवक्ता नन्द बिहारी यादव के नेतृत्व में पुरुलिया जिला पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर उचित कार्यवाही कि गुहार लगाई है. इस मामले में सांतुड़ी निवासी रवीन्द्र नाथ चर की विधवा पत्नी मिंटू चर ने बताया कि उन्होंने अपनी 20 वर्षीया पुत्री रीता चर की शादी झारखंड के जामताड़ा जिले के बृंदापथर थाना के सितामुरी गाँव के निवासी नरेन दे के पुत्र तापस दे के साथ साढ़े चार लाख रुपये नगद और 8 भरी सोने की दहेज की मांग पर तय की थी। तापस झारखंड पुलिस के विशेष शाखा रांची के डीजीपी कार्यालय में कार्यरत है। यह रिश्ता निरोद वरण मित्रा ने ठीक की थी। जिसमें मेरे पति के रिश्ते के रतन मित्रा और सपन मित्रा भी हमारे साथ थे। इस बीच 12फरवरी की संध्या तापस अपने पिता नरेन के साथ आये और दहेज की आधी रकम की मांग की। जिसमें मैंने रतन, सपन और नीरद वरण मित्रा की उपस्थिति में ढाई लाख रुपये नगद और सोने की चैन और अंगूठी दे दी। उन्होंने 27 अप्रैल को शादी की तिथि तय की ओर चले गए । मिंटू चर ने कहा कि इसी दौरान तापस फिर 25 मार्च को आया और बातचीत के लिए बुलावा देकर चला गया। इसबार जब मैं निरोद, रतन और सपन मित्रा के साथ 1 अप्रैल को उनके घर गई तो दोनों पिता और पुत्र ने और दहेज के लिए 10 लाख रुपये कि मांग की। मैंने अपनी लाचारी बताया और हाथ जोड़े। कहा शादी की तैयारियाँ हो गई हैं। पर वे नहीं माने। इसी दौरान 25 अप्रैल को तापस आया और साढ़े सात लाख रुपये कि मांग की। कहा रकम नहीं दी गई तो शादी नहीं होगी। कहकर वह चला गया। उन्होंने बताया कि मामले को लेकर जब मैं सांतुड़ी थाना गई तो वहाँ मेरी बात किसी ने नहीं सुनी। इसे लेकर मैंने उचित कार्यवाही कि अर्जी पुरुलिया जिला पुलिस अधीक्षक को दी है।
अतिरिक्त दहेज़ की मांग पर एसपी से लगाई गुहार
Last updated: मई 4th, 2018 by