सालानपुर। विदेशों की भाँति अपने देश भारत में भी पर्यटन का तेजी से विकास हो रहा है, होटल व्यवसाय को पर्यटन विकास के लिए विशेष ध्यान दिया जाता है। अलबत्ता अब इस फेहरिस्त में विवाह स्थल, फेस्टिवल ले लेकर इवेंट मैनेजमेंट तक कि व्यवस्था शाही होटलों में की जा रही है, जरूरत की बुनियाद पर पश्चिम बर्द्धमान जिला के छोटे से शहर रूपनारायणपुर स्थित नव निर्मित राजेश्वरी प्लेस होटल एवं विवाह स्थल की रोमन साम्राज्य की वास्तुकला से सुसज्जित तथा संग्रहालय की रूप रेखा दर्शाती इस महल को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है।
लगभग दो वर्ष से निमार्ण कार्य में लगे क्षेत्र के प्रतिष्टित व्यवसायी चित्तो मांझी बताते है कि उन्होंने अपने साथ इस क्षेत्र के लोगों के लिए हेरिटेज रोमन वास्तुकला से सुसज्जित होटल निर्माण का सपना पूरा किया, इसके लिए उन्होंने देश भर से एंटीक वस्तुओं की खोज कर यहाँ की सोभा में स्थापित किया, पैसे से सिविल इंजीनियर किए पति पत्नी की दिन रात की मेहनत आज रूपनारायणपुर की सौन्दर्यता को चार चांद लगा रही है।
उन्होंने कहा कि होटल परिसर की वास्तुकला में इमारतों, उनकी आंतरिक योजना, और क्षेत्र के लैंडस्केप संगठन और परिसर के इंटीरियर की उपस्थिति दोनों शामिल हैं। प्रत्येक घटक महत्त्वपूर्ण है, लेकिन केवल एक साथ, एक सामंजस्यपूर्ण पूरे से जुड़ता है, वे होटल के सामान्य विचार से संबंधित एक पूर्ण कलात्मक तरीका बन जाते हैं। साथ ही, वास्तुशिल्प उपस्थिति दृश्य कारक बन जाती है जो मनुष्य पर पहली और मजबूत प्रभाव पैदा करती है। यहाँ की एक एक विशेषता पर वे बारीकी से कार्य कर रहे है, जिस शहर ने उन्हें पहचान दी उस शहर की विकास की बुनियाद पर उनका भी पहल हो।