हुगली जिला में विभिन्न शिल्प से जुड़े शिल्पकार एवं कलाकार जिसमें नाट्य शिल्पी, जात्रा शिल्पी, बाउल शिल्पी, आदिवासी शिल्पी, यंत्र शिल्पी, पुतुल नाच कलाकार शामिल है ने एक मंच पर इकट्ठा होकर हुगली चूचूरा जिलाधिकारी के समक्ष एक ज्ञापन सौंपा। जिसके तहत उसके जीविका निर्वहन तथा स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं को रखा गया।
विगत 5 महीनों से देश में करोना महामारी के फैलने से विभिन्न शिल्पो से जुड़े शिल्पकार तथा कलाकारों के जीवन निर्वहन की समस्या भी आ गई है। इन 5 महीनों से जिन लोगों ने कला को अपने पेशे के रूप में चुना है उन लोगों के समक्ष जीवन और मरण का प्रश्न आ चुका है, ऐसे में सरकारी सहायता की अति आवश्यकता आन पड़ी है।
इस प्रकार के शिल्पकार और कलाकारों ने एक साथ मिलकर हुगली जिला अधिकारी के समक्ष अपनी याचिका के माध्यम से कुछ मांगों को भी रखा है इसके तहत इस करोना महामारी में जीवन जीने और प्राण बचाने हेतु कम से कम ₹5000 मासिक भत्ता के रूप में उसे दिया जाए। उसके अलावा स्वास्थ्य बीमा के रूप में भी ₹200000 का बीमा कराया जाए।
इसी तरह के तमाम मांगों को लेकर हुगली से सैकड़ों शिल्पकार और कलाकारों ने मिलकर हुगली जिला अधिकारी के समक्ष एक याचिका सौंप कर आपनी जीवन के करुण एवं मार्मिक दशा का वर्णन किया।