कोलकाता के विधान सरनी स्ट्रीट में ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़े जाने के विरोध में बुधवार रानीगंज माकपा सेआरसोल लोकल कमिटी 1 एवं 2 की तरफ से सियार सोल मोड़ पर एक प्रतिवाद सभा की गई।
इस प्रतिवाद सभा में रानीगंज के त्रिवेणी देवी भालोटीया कॉलेज के पूर्व प्राध्यापक रवीन्द्र नाथ दीक्षित डॉक्टर सजल चट्टोपाध्याय वासुदेव मंडल चट्टोपाध्याय दुलाल कर्मकार सीटू के किशोर घटक संजय प्रमाणिक आदि ने वक्तव्य रखें।
प्रतिवाद सभा को संबोधित करते हुए किशोर घटक ने कहा कि पश्चिम बंगाल की अद्भुत संस्कृति को नष्ट करने में जुटी हुई है भाजपा तथा टीएमसी ।
मंगलवार की विधान सारणी में घटी ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति को तोड़कर बंगाल के संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास किया गया है। ऐसे अराजकता फैलाने वाले राजनीतिक दल को किसी भी प्रकार का समर्थन नहीं किया जा सकता है, एवं पूरे राज्य के तमाम बुद्धिजीवी एवं नागरिकों को इस कृत्य का विरोध करना होगा।
उन्होंने कहा बंगाल की संस्कृति आपसी एकता एवं भाईचारा के संस्कृति है। जबकि भाजपा आपसी विद्वेष तथा धार्मिक उन्माद फैलाने की चेष्टा कर रही है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कि जाएगी।