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कोरोना ने फीकी की दीवारी पर बाजारों की रौनक

रानीगंज। चंद दिनों के पश्चात है हिंदूूूूूओं का सर्वश्रेष्ठ त्यौहार दीपावली है, लेकिन दीपावली को लेकर अब तक विशेष उत्साह शहर में नहीं देखी जा रही है। जबकि ऐसे समय पर बाजारों में भीड़ आमतौर पर देखा जाता था। दीपमाला ओं का यह त्यौहार के अवसर पर बिजली बत्ती का विशेष रूप से बिक्री होती है और दीपावली के पहले से ही बिजली बत्ती की कि रौशनी या रंग-बिरंगी देखने को मिलने लगती है। लेकिन उत्साह में भी बहुत ही कमी देखने को मिल रही है

रानीगंज केशु प्रतिष्ठित इलेक्ट्रिक बिजली बत्ती के लिए मसूर खेतान इलेक्ट्रिकल के मालिक शैलेश खेतान ने कहा कि तुलनात्मक इस वर्ष बहुत कम बिक्री है। वैसे भी हम लोगों ने इस वर्ष चाइना की बिजली बत्ती नहीं मंगाई है पुराने स्टॉक का जो सामग्री था उसे ही हम लोग बिक्री कर रहे हैं और चाइना की माल एवं बिजली बत्ती की मांगे भी नहीं है इंडिया मैप बिजली बत्ती हम लोगों ने मंगाया है । उसे ही बेचने का प्रयास कर रहे हैं। मंगलम इलेक्ट्रिक दुकान के मालिक मुकेश गुप्ता ने बताया कि इस वर्ष हम लोगों ने चाइना से बनी बिजली बत्ती का बिक्री नहीं कर रहे हैं ।मुख्य रूप से हम लोगों ने भारतीय सामग्री पर ध्यान दिया है। वैसे भी रानीगंज के बाजार की विशेषता रही है कि यहाँ के लोग मिट्टी के दिया में सरसों का तेल का दिया को सजाते हैं।

बंगाल ऑल मिलके मालिक गणेश भरतिया ने बताया कि सरसों तेल का दिया जलाने का परंपरा यहाँ की है। इसकी वजह है कि रानीगंज में एक नहीं 3 दर्जन से भी अधिक रानीगंज में सरसों का तेल मिल था।और परंपरा के अनुसार मिट्टी का दिया जलाया जाता रहा है। आप पूरे शहर में एक सामान केला के पौधे को लगाया जाता रहा है मान्यता है कि रानीगंज की साज-सज्जा को देखने के लिए दूर-दराज से लोग यहाँ आते हैं।

Last updated: नवम्बर 10th, 2020 by Raniganj correspondent