साहिबगंज। साहिबगंज महाविद्यालय के विख्याता प्रो.धरमु प्रसाद यादव के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए साहिबगज महाविद्यालय परिवार की ओर से शोकसभा आयोजित की गई। महाविद्यालय के विज्ञान भवन में शोक सभा में प्राचार्य डॉ.विनोद कुमार, महाविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मियों सहित दर्जनों छात्र उपस्थित हुए। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की तथा उनके द्वारा महाविद्यालय के विकास में किए गए उनके कार्यों को सराहा।
जबकि डॉ.रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि प्रो.धरमु प्रसाद यादव एक आदर्श शिक्षक थे,जिन्होंने अपने आदर्श और सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। उन्होंने महाविद्यालय में सर्वप्रथम लैब बॉय, फिर डेमोंस्ट्रेटर और अंत में व्याख्याता पद पर कार्य किया।
प्रो.धरमू प्रसाद यादव ने 1969 ई. में मनोविज्ञान विभाग में लैब इंचार्ज के रूप में योगदान दिया था। 1984 में वे व्याख्याता पद पर नियुक्त किए गए और 2010 में मनोविज्ञान विभाग से सेवानिवृत हुए। वे एक आदर्श शिक्षक थे। छात्रों एवं शिक्षकों से उनका अच्छा संबंध था और वे मृदुभाषी भी थे।
कुलपति प्रो. सोनाझरिया मिंज ने अपने शोकसंदेश में कहा कि विश्वविद्यालय ने एक विद्वान शिक्षाविद,एक अच्छा वक्ता खो दिया है,ये शिक्षा जगत के लिए अपूर्णीय क्षति है। शोकसभा में डॉ.सफीक अहमद,एस आर आई रिजवी,मनोज कुमार गुप्ता, रवीन्द्र कुमार, प्रदोष कुमार साह, नितिन कुमार, नलिन विलोचन, मरियन हेम्ब्रम, सैमी मरांडी, डॉ. संतोष चौधरी, प्रशांत भारती, नितिन कुमार, डेविड यादव, चन्द्रशेखर प्रामाणिक, डॉ.सिदाम सिंह मुंडा, डॉ.अनूप कुमार साह,डॉ. शंभु नाथ मिश्रा,अजय कुमार झा (हेड क्लर्क), अमित कुमार सिन्हा ,अमर कुमार पारीक, आशीष कुमार पासवान,अमित कुमार,सुनील कुमार , कुणाल कुमार , संजीव कुमार आदि शामिल थे।