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रानीगंज के प्रसिद्ध चिकित्सक के खिलाफ नगर निगंम, स्वास्थ्य मंत्री को शिकायत

रानीगंज आनंदलोक अस्पताल में चिकित्सक के खिलाफ शिकायत देने पहुंचे विजेंद्र सिंह

डॉक्टर पीके रामपुरिया के विरुद्ध शिकायत

रानीगंज के सूप्रतिष्ठित आनंदलोक अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर पीके रामपुरिया के विरुद्ध अंडाल निवासी विजेंदर सिंह ने अस्पताल में डॉक्टर के विरुद्ध शिकायत दर्ज करते हुए जाँच की मांग की है। अपने शिकायत को निगम के हेल्थ विभाग, एमआईसी आसनसोल, आई एम ए रानीगंज, स्वास्थ्य मंत्री पश्चिम बंगाल को भी इसकी प्रतिलिपि दी है ।

भय दिखाकर निजी अस्पताल में अधिक खर्च पर ओपरेशन करना चाह रहे थे

विजेंदर सिंह का आरोप है कि वे  अपने पत्नी को पेट में दर्द को लेकर आनंदलोक अस्पताल रानीगंज में डॉ० रामपुरिया के यहाँ चिकित्सा के लिए पहुँचे । डॉक्टर ने उन्हें यह कहकर प्रताड़ना शुरू किया कि रानीगंज आनंदलोक अस्पताल में इसकी चिकित्सा संभव नहीं है । स्थानीय मंडल मेडिकल हॉल राम बागान रानीगंज में पहुँचकर हमसे चिकित्सा करवाएं। उन्होंने कहा कि  मैं उनके पास पहुँचा तो उन्होंने कहा कि रोगी को अमेरिकन हर्निया है ,गोल ब्लेडर में स्टोन है। इसकी ऑपरेशन के लिए कोलकाता के एक निजी अस्पताल में पहुँचे मैं वहीं इसकी चिकित्सा करूंगा और ऑपरेशन में लगभग डेढ़ लाख रुपए का खर्च आएगा । उन्होंने कहा कि मैं घबराते हुए कोलकाता पहुँचा . मध्यवर्गीय परिवार और साधारण व्यवसाई होने के नाते इस खर्च को लेकर जब डॉक्टर रामपुरिया के सामने अपनी बात रखी तो उन्होंने स्पष्ट कहा यह आपका मामला है ।

कम खर्च में आनंदलोक-कोलकाता में हुआ इलाज

घबराहट में कोलकाता के आनंदलोक अस्पताल पहुँचा और संपर्क किया कि इस प्रकार की चिकित्सा क्या आनंदलोक कोलकाता में नहीं होती है। प्रबंधन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए घटनाक्रम की जानकारी ली एवं पूरी चिकित्सा आनंदलोक अस्पताल में ही किया और यह भी देखा गया कि अमेरिकन हर्निया नाम की कोई बीमारी भी नहीं है और मात्र 20000 में चिकित्सा करवाकर मैं घर लौटा । संपूर्ण चिकित्सा ऑपरेशन डॉक्टर जेके शाह ने की।

डॉ० रामपुरिया पहले भी ऐसा कर चुके हैं

उन्होंने कहा कि इसके पहले भी डॉ० रामपुरिया ने मेरे पुत्र वधू के साथ भी इसी प्रकार से भया दोहन किया था। मैं सार्वजनिक तौर पर पूरे घटनाक्रम को एवं ऐसे भ्रष्ट चिकित्सकों के विरोध में जाँच चाहता हूँ क्योंकि रानीगंज कोयला अंचल क्षेत्र गरीबों व मध्यवर्गीय साधारण का क्षेत्र है। कोई दूसरे व्यक्ति इस प्रकार का प्रताड़ना में ना पड़े और चिकित्सा विभाग सुदृढ होकर इस महान सेवा मूलक काम को महत्त्व दें ।

डॉ० पीके रामपुरिया ने कहा कि निजी प्रैक्टिस करना कोई अपराध नहीं है और यह आरोप एक षड्यंत्र है।

एमआईसी दीपेंद्र भगत “आइएमए ” एवं आनंदलोक अस्पताल के संस्थापक देव कुमारसराफ ने की निंदा

स्वास्थ्य विभाग आसनसोल नगर निगम के एमआईसी दीपेंद्र भगत ने कहा शिकायत मिली है दुखद है। इस शिकायत पत्र को मैं बर्धमान जिला स्वास्थ्य अधिकारी को भेज रहा हूँ । “आइएमए ” पूर्व अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पश्चिम बंगाल “आइएमए ” के डॉक्टर एसके बसु ने कहा कि इस प्रकार का आरोप गंभीर है लेकिन पूरा मामला जाँच का विषय है।

आनंदलोक अस्पताल के संस्थापक देव कुमारसराफ ने कहा कि शिकायत मिली है . दुखद है और चिकित्सा के क्षेत्र में इस प्रकार के भ्रष्टाचार का विरोध होना चाहिए। आनंद लोक चैरिटेबल संस्था है । हम लोग भी ऐसे मामले में गंभीर हैं । हम लोग चाहते हैं कि रोगियों को अधिक से अधिक लाभ मिले . आरोप के आधार पर हम लोग अवश्य कार्यवाही करेंगे। रानीगंज कोयलांचल शिल्पांचल में चिकित्सक विभिन्न रूप से रोगियों का भया दोहन करते हैं ऐसा आरोप लगता रहा है लेकिन इस बार खुलेआम ऐसे भ्रष्ट चिकित्सकों के विरुद्ध लिखित शिकायत लेकर देखने को मिली ।

Last updated: अक्टूबर 7th, 2018 by Raniganj correspondent