सालानपुर । ईसीएल सालानपुर एरिया अंतर्गत बंजेमारी कोलियरी कैम्पर दुर्घटना में मृतक उपेन्द्र महंती के परिजनों को सालानपुर ईसीएल प्रबंधन ने गुरुवार को 15 लाख 90 हजार के मुआवजा समेत दाहसंस्कार के लिए तत्काल 30 हजार (1 लाख 25 हजार एलसीएस) की राशि प्रदान करते हुए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया गया ।
अंतिम संस्कार से पहले पुत्र ने की पहली ड्यूटी
मृतक पुत्र पाला महंती को तत्काल नियोजन दिया गया, इधर पुत्र पाला महंती ने गुरुवार पहला ड्यूटी कर अपने पिता के शव के साथ पैतृक निवास उड़ीसा लौट जाने की बात कही । गुरुवार को आसनसोल जिला अस्पताल में उपेन्द्र महंती के अंत्यपरीक्षण होने के बाद केकेएससी के बंजेमारी इकाई सचिव धनञ्जय सिंह की अध्यक्षता श्रद्धांजलि अर्पित किया गया एवं उन्होंने मृत उपेन्द्र महंती के धर्मपत्नी जयंती महंती, पुत्री कुमारी लक्ष्मी महंती, सुजाता महंती एवं पुत्र पाला महंती को हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया , और कहा कि उपेन्द्र महंती वर्षों से केकेएससी संगठन से जुड़े हुए थे, उनकी आकस्मिक निधन हमलोगों के लिए अपूर्णीय क्षति है ।
दुर्घटना की जाँच और दोषियों पर कार्यवाही की मांग
ऑल श्रमिक संगठन के नेतृत्व में बंजेमारी एजेंट कार्यालय में ईसीएल सालानपुर एरिया एपीएम साधू खा, पीएम श्यामल चक्रवर्ती, एजेंट एमएम कुमार, मैनेजर यूपी चौधरी, बंजेमारी कोलियरी पीएम विनय सावरकर एवं अन्य ईसीएल अधिकारियोंं की मौजूदगी में नियोजन, बकाया, भुगतान पर विस्तृत चर्चा किया गया एवं मृतक परिजनों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने एवं हर संभव मदद करने का आश्वासन समेत अग्रीमेंट तैयार किया गया । मौके पर एआईंटीयूसी से शैलेन्द्र सिंह, राजेश सिंह, विजय सिंह, केकेएससी से धनञ्जय सिंह,प्रवीर चक्रवर्ती, मन्नू सिद्दीकी, भरत गिरी, सीटू से प्रभात रॉय, दिलीप कोड़ा, यूटीयूसी से श्यामल दत्तो, बीएमएस बिरेन्द्र साव समेत अन्य उपस्थित रहे । यूनियन के सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि खान में हुए कैम्पर दुर्घटना की उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिये एवं अविलंब दोषियों पर कार्यवाही किया जाना चाहिये ।
बुधवार को कैम्पर दुर्घटना में हुई थी मौत , छः घायल हुये थे
बताते चलें कि बुधवार की दोपहर सवेल मशीन सर्विसिंग के लिए जा रहे कैम्पर वाहन बंजेमारी कोलियरी में दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से ड्राईवर समेत छह ईसीएल कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसमें उपेन्द्र महंती को घायल अवस्था में दुर्गापुर ले जाने के क्रम में मौत हो गयी थी ।