धनबाद। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) जिला कमिटी धनबाद द्वारा रैली निकाल कर केंद्र सरकार का किया गया विरोध। कार्यकर्ताओं ने कहा नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्ववाली भाजपा-आरएसएस की क्रूर और डरी हुई केंद्र सरकार बड़ी तेजी से विरोध को अपराध बनाने के भयावह रास्ते पर बढ़ चली है और वह आज 26 फरवरी, 3 महीने पूरे कर रहे बहादुरीपूर्ण देशव्यापी किसान संघर्ष में शामिल विरोध प्रदर्शनकारियों को ऐसे दिखा रही है जैसे कि वह कोई राक्षस हो।
वक्ताओं ने आगे कहा कि भाजपा नीतवाली केंद्र की मोदी सरकार जनतंत्र पर लगातार हमले कर रहे हैं जनता की आवाज को और उसके संघर्षों को कुचलने के लिए षड्यंत्रकारी काम कर रही है। पेट्रोल-डीजल व गैस में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी, पहले ही महामारी के कारण बेरोजगारी तथा आय छिनने की भारी तकलीफें झेल रही जनता की, तकलीफें और बढ़ाने का ही काम कर रही है। तेल के दाम में यह कमरतोड़ मंहगाई, केंद्र सरकार द्वारा वसूला जाने वाले उत्पाद शुल्क तथा उसके द्वारा लगाए जाने वाले महसुलों में लगातार बढ़ोत्तरी का ही नतीजा है। वक्ताओं ने कहा कि यह अभियान हमारे यहाँ 15 से 22 फरवरी तक ब्रांच स्तर का जत्था निकालते हुए 24 फरवरी को जिला के प्रत्येक प्रखंड/अंचल पर धरना तथा प्रदर्शन के माध्यम से मांग पत्र सौंप कर आज धनबाद में जिला स्तरीय विशाल रैली के रूप में किया जा रहा है।
रैली में कृषि क्षेत्र में किसान विरोधी तीन काला कानून वापस लो। एमएसपी को कानूनी दर्जा देना होगा। मजदूर को गुलाम बनाने वाली श्रम कानून वापस लो, महामारी में जो हाथ बेरोजगार हुए उसके खाते में कम से कम ₹10000 प्रतिमाह भुगतान करना होगा। के गगनभेदी नारे गूंज रहे थे।
रैली में धनबाद, झरिया, बलियापुर-सिंदरी, तोपचांची तथा चिरकुंडा लोकल कमिटी से बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।
मुख्य वक्ताओं में पार्टी राज्य सचिव कॉ. गोपी कांत बख्शी, जिला सचिव कॉ. सुरेश प्रसाद गुप्ता, झरिया लोकल कमिटी सचिव कॉ. शिव बालक पासवान के अलावे बलियापुर-सिंदरी लोकल कमिटी के संतोष महतो, किसान सभा नेता सुबल मल्लिक, एचके मिश्रा तथा कई अन्य साथी शामिल थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेश प्रसाद गुप्ता ने किया, जबकि संचालन राम कृष्णा ने किया।