बंद है परबेलिया कोलियरी में उत्पादन कार्य
सांकतोड़िया : सोदपुर महाप्रबंधक ने परबेलिया कोलियरी बंद होने के जो कारण बताये हैं ये बहुत ही चौंकाने वाले हैं. महाप्रबंधक के अनुसार इस क्षेत्र के अवैध कोलियरियों के कारण ही परबेलिया कोलियरी को बंद किया गया है. बीते 26 सितम्बर से ही पारबेलिया कोलियरी में उत्पादन कार्य बंद है जिससे श्रमिकों में काफी निराशा है.
खदान में सुरक्षा खामियां के मद्देनजर बंद किया गया उत्पादन
खान सुरक्षा महानिदेशक पूर्वी क्षेत्र सितरामपुर ने बीते 26 सितम्बर को परबेलिय कोलियरी का निरिक्षण के दौरान सुरक्षा में कमी पाये जाने के कारण खान सुरक्षा नियम 1952 धारा 22 /3 का उलंघन पाया था।जिसके बाद खदान को बंद करने और श्रमिको को खदान में जाने पर रोक लगा दिया और प्रबधन को सारी कमियां पूरी करने का निर्देश दिया। जिसके बाद से कोलियरी का उत्पादन बंद है और श्रमिको में निराशा उत्पन्न हो गयी।
कोलियरी में उत्पादन कार्य शुरू करने के लिए हुयी त्रिपक्षिय बैठक हुयी
विधायक मजदूर यूनियन और प्रबंधन के बीच हुयी बैठक
कोलियरी में उत्पादन कार्य सामान्य करने के लिए मजदूर संगठनों की और से कई बार आंदोलन भी किये गए पर इस पर कोई सहमति नहीं बन पायी . उसी क्रम में 9 अक्टूबर सोमवार को सोदपुर क्षेत्रीय कार्यालय में त्रिपक्षीय बैठक की गयी। जिसमे सोदपुर एरिया महाप्रबन्धक मुकेश कुमार जोशी, कार्मिक प्रबन्धक एचके चौधरी, क्षेत्रीय सर्वेयर कार्तिक चंद सामन्तों, रघुनाथपुर विधायक पूर्ण चंद्र बाउरी, विधायक उमा पद बाउरी, कुल्टी विधायक उज्जल चट्टर्जी, पार्षद आदिनाथ पुइतुंडि, सरोज कर्मकार, परबेलिया कोलियरी बचाव समिति के जयनाथ चौबे, रामशंकर सिंह,हरेराम सिंह, दशरथ प्रसाद महतो, सीके सिंह, रजेश राम साव, इंद्रशन मिश्रा आदि उपस्थित थे।
महाप्रबंधक ने अवैध कोयला खनन बंद करने में सहयोग करने के लिए विधायकों से किया अनुरोध
बैठक में महाप्रबन्धक एमके जोशी ने विधायको से अनुरोध किया कि इस क्षेत्र में अवैध कोयला उत्खनन पूरी तरह से बंद कराना होगा तथा सभी अवैध खदानों को भराई करने में सहायता करने का अनुरोध किया। जिस पर विधायको ने सहमति जताई और कहा कि कोलियरी को दोबारा चालू करने के लिए जो सहायता संभव हो सकेगी वो करेंगे।
नक़्शे के साथ महाप्रबंधक ने बताया कि कहाँ-कहाँ है अवैध खदान
महाप्रबन्धक ने परबेलिय कोलियरी का नक्शा निकाल कर बैठक में उपस्थित सभी को विस्तार से जानकरी दी की किस कारण से कोलियरी में उत्पादन कार्य को रोका गया है। उन्होंने कहा क़ि सभी कमियो को दूर करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण समस्या अवैध खदानों को भराई करने की बात कही और उसे जल्द भराई कर हमेशा के लिए बंद करना होगा। उन्होंने कहा कि करीब 2 लाख स्क्वायर भूमि पर अवैध खदान है, जिससे कोलियरी को काफी नुकसान हुआ है, सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
दुबारा अवैध खनन करने पर लग जायेगी खदान में आग
महाप्रबन्धक ने कहा कि इन अवैध खदानों को भराई करने के बाद यदि दुबारा अवैध उत्खनन के लिए कोई अंदर जाता है तो वह व्यक्ति दुर्घटनावश वही मारा जायेगा क्योकि खदान के अंदर आग लग जायेगी। उन्होंने कहा क़ि प्रबंधन की तरफ से एक टीम बनायीं जायेगी जो इस प्रक्रिया पर पूरी नजर रखेगी जिससे कोलियरी पर दोबारा यह संकट ना उत्पन्न हो। प्रतिनिधियों ने कहा कि खदान के अंदर जो भी सामान्य स्थिति लाने की प्रक्रिया है उस पर जल्द से जल्द कदम उठाया जाए और किसी प्रकार भी कोलियरी को बचाया जाए इसके लिए यूनियन और श्रमिक हर संभव सहायता को तैयार है।
ओसीपी के लिए भूमि उपलब्ध करवाने का किया अनुरोध
श्री जोशी ने उपस्थित जन प्रतिनिधियों से यह आग्रह किया कि कंपनी को आपलोग भूमि उपलब्ध करवाये जिससे कि नई ओसीपी बनाया जा सके।श्री जोशी ने कहा कि वह डीजीएम से अनुरोध कर कहेगे कि दुबारा कोलियरी का निरिक्षण कर सामान्य स्थिति में लाने के लिए नयी दिशा निर्देश दे। ज्ञात हो कि श्री जोशी पूर्व में परबेलिया कोलियरी के अभिकर्ता और सोदपुर एरिया के उपमहाप्रबंधक के रूप में कार्य कर चुके है जिससे यहाँ के श्रमिको को उनसे काफी उम्मीद है।
जब तक सभी अवैध खदान बंद नहीं होंगे नहीं शुरू होगा उत्पादन
इस सबंध में सीतारामपुर डीजीएमएस रीजन तीन के निर्देशक निरंजन शर्मा ने कहा कि परबेलिया कोलियरी के पास अवैध खदान बड़ी संख्या में है और कई जगहों पर दोनों अवैध खदान एक दूसरे से मिल गए है, एक ओर जहाँ खदान चल रहा है वही दूसरी ओर उसके ऊपर अवैध खदान चलाया जा रहा है जो की सुरक्षा की दृष्टी से बहुत ही खतरनाक हो सकता है, ऐसी स्थिति मे इतने लोगो को जोखिम मे डाला नही जा सकता है। इसे लिए जब तक इन अवैध खदानों को भरकर सुरक्षा सुनिश्चित नही की जाती है तब तक इसमें श्रीमको को कार्य करने नही दिया जा सकता है.
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